झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र के तीसरे दिन वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने 11697.45 करोड़ रुपए का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया। इस बजट में सबसे अधिक पैसा महिला बाल विकास विभाग को आवंटित किया गया है। जिसके तहत सरकार मंईयां सम्मान योजना के लिए 6390.55 करोड़ आवंटित की है। इसके अतिरिक्त जिन विभागों पर फोकस रखा गया है, उनमें स्कूली शिक्षा, पथ निर्माण, ग्रामीण विकास, गृह कारा, ऊर्जा विभाग और कृषि-पशुपालन विभाग शामिल है। बजट पेश करने से पहले सदन के शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो ने राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर भेजे गए संदेश को पढ़ा। इसके बाद राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार को सदन पटल तक लेकर आए। इसके बाद राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने अपना अभिभाषण पढ़ा। इसके बाद सदन की कार्यवाही गुरुवार 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। इन विभागों के लिए बजट पर जोर चुनाव में किए गए वायदे को पूरा करने के लिए सरकार ने उन विभागों पर विशेष जोर दिया है, जिससे जनता सीधे तौर पर जुड़ी हुई है। सरकार ने मंईयां सम्मान योजना के लिए 6390.55 करोड़ आवंटित की है। इसके अतिरिक्त स्कूली शिक्षा विभाग के लिए 272 करोड़, पथ निर्माण विभाग के लिए 170.15 करोड़, ग्रामीण विकास विभाग के लिए 194.28 करोड़, गृह कारा विभाग के लिए 445.96 करोड़, ऊर्जा विभाग के लिए 2577.92 करोड़ और पशुपालन विभाग के लिए 250.06 करोड़ दिए गए हैं। निर्विरोध चुने गए विधानसभा अध्यक्ष इससे पहले सदन की कार्यवाही के दूसरे दिन विधानसभा अध्यक्ष का चयन किया गया। इसके लिए रबींद्रनाथ महतो के नाम पर सहमति बनी। सीएम हेमंत सोरेन ने प्रस्ताव रखा, जिसका समर्थन विधायक मथुरा महतो ने किया। इसके बाद ध्वनि मत से रबींद्रनाथ महतो को दूसरी बार विधानसभा अध्यक्ष चुना गया। उन्हें सीएम हेमंत सोरेन और बाबूलाल मरांडी ने सम्मान के साथ आसन तक लाया। सदन के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब जब किसी विधायक को स्पीकर बनाने के लिए सभी दलों के विधायक प्रस्ताव बने हों। सदन की कार्यवाही के पहले दिन रबींद्रनाथ महतो ने सात सेट में नामांकन दाखिल किया। पहले सेट में सीएम हेमंत सोरेन प्रस्तावक और मथुरा महतो समर्थक, दूसरे सेट में राधाकृष्ण किशोर प्रस्तावक और रामेश्वर उरांव समर्थक, तीसरे सेट में सुरेश पासवान प्रस्ताव और समर्थक नरेश सिंह बने। उसी तरह चौथे सेट में अरूप चटर्जी प्रस्तावक और चंद्रदेव महतो समर्थक, पांचवें सेट में बाबूलाल मरांडी प्रस्तावक और सीपी सिंह समर्थक, छठे में सरयू राय प्रस्ताव और जर्नादन पासवान समर्थक बने। सातवें सेट में जयराम महतो प्रस्तावक और निर्मल महतो समर्थक बने। विधायकों के शपथ के नाम रहा पहला दिन विशेष सत्र के पहले दिन की कार्यवाही 80 विधायकों के शपथ ग्रहण के नाम रहा। प्रोटेम स्पीकर प्रो स्टीफन मरांडी ने 80 विधायकों को शपथ दिलाई। 56 विधायकों ने हिंदी, 22 ने स्थानीय भाषा और दो ने उर्दू में शपथ ली।सबसे पहले सीएम हेमंत सोरेन ने विधायक पद की शपथ ली। इसके बाद बारी-बारी से सभी विधायकों ने शपथ ली। इससे पहले सदन की कार्रवाई शुरू होते ही प्रोटेम स्पीकर के पद पर स्टीफन मरांडी को नियुक्त किया गया। फिर उन्होंने सदन में स्थायी स्पीकर की नियुक्ति की प्रक्रिया से सभी सदस्यों को अवगत कराया। ———————————- विधानसभा से जुड़ी इस खबर को पढ़ें… रबींद्रनाथ महतो दूसरी बार बने विधानसभा अध्यक्ष:सीएम हेमंत सोरेन ने रखा प्रस्ताव, ध्वनि मत से स्पीकर का हुआ चयन छठी विधानसभा के पहले सत्र के दूसरे दिन विधानसभा अध्यक्ष का चयन किया गया। प्रोटेम स्पीकर प्रो स्टीफन मरांडी ने सदन की कार्यवाही शुरू की। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष के चयन का प्रस्ताव सदन पटल पर रखा गया। सीएम हेमंत सोरेन ने प्रस्ताव रखा, जिसका समर्थन विधायक मथुरा महतो ने किया। इसके बाद ध्वनि मत से रबींद्रनाथ महतो को दूसरी बार विधानसभा अध्यक्ष चुना गया। उन्हें सीएम हेमंत सोरेन और बाबूलाल मरांडी ने सम्मान के साथ आसन तक लाया। इसके बाद नव निर्वाचित विधानसभा अध्यक्ष को सीएम हेमंत सोरेन, बाबूलाल मरांडी, संसदीय कार्यमंत्री राधा कृष्ण किशोर आदि ने बधाई दी। वहीं अपने संबोधन में अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो ने कहा मुझे आप सभी से अपेक्षा है कि सदन निर्बाध रूप से चले, सदन में किसी तरह का गतिरोध ना हो। इसके बाद सभा की कार्यवाही बुधवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। पूरी खबर यहां पढ़ें…