छत्तीसगढ़ के दुर्ग में मासूम बच्ची के साथ हुई रेप की घटना के विरोध में कांग्रेस सड़कों पर उतरने जा रही है। पार्टी ने 18 से 21 अप्रैल तक दुर्ग से रायपुर तक ‘न्याय पथ यात्रा’ निकालने का ऐलान किया है। 21 अप्रैल को मुख्यमंत्री निवास का घेराव किया जाएगा। पारदर्शिता के साथ पूरे मामले की जांच CBI से कराए जाने की बात बैज ने कही है। इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद जिस तरह से पुलिस ने काम किया, उस पर भी कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। मामले को लेकर पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि इस मामले में कांग्रेस ने अपनी जांच कमेटी बनाई है और वे भी मृतक बच्ची के परिवार से मिलने गए। उन्होंने कहा कि बच्ची के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने बच्ची के चाचा को आरोपी बताया है, वो असली गुनहगार नहीं है। इतना ही नहीं, पुलिस ने घर की महिलाओं और बुजुर्गों के साथ बर्बरता की, पुरुष परिजनों पर झूठे कबूलनामे का दबाव बनाया गया। न पुलिस पर भरोसा, न सरकार पर विश्वास परिवार का दावा है कि बच्ची के वृद्ध दादा को बेरहमी से पीटा गया, वहीं उसकी हमउम्र बुआ को इतना मारा गया कि उसके गाल के अंदर तक चोटें आईं। कांग्रेस का कहना है कि पुलिस अपनी नाकामी छिपाने के लिए शोक संतप्त परिवार को ही टारगेट कर रही है। वहीं जिस जगह पर रेप की बात पुलिस कर रही है, वहां कोई दरवाजा ही नहीं है। इसके अलावा नीचे घर पर और भी सदस्य उस समय मौजूद थे। इतना ही नहीं पुलिस के दावे के मुताबिक जिस घर में रेप की बात कही जा रही है, वहां से कार तक बच्ची की लाश ले जाते भी किसी ने नहीं देखा। जबकि इलाका आबादी वाला है। आगजनी, प्रदर्शन और जनता का गुस्सा दुर्ग में इस घटना के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। संदिग्ध आरोपी के घर में आगजनी हुई, वहीं बलौदाबाजार में कलेक्टर और एसपी दफ्तर जलाए गए। कांग्रेस का कहना है कि लोहारीडीह, बलरामपुर, सूरजपुर और अब दुर्ग इन सभी जगहों पर जनता खुद सड़कों पर उतर रही है क्योंकि उन्हें न सरकार पर भरोसा है और न ही पुलिस पर। यह कानून व्यवस्था की नाकामी का सबसे बड़ा सबूत है। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा सरकार बनने के बाद प्रदेश में महिलाएं, बच्चियां और माताएं सुरक्षित नहीं हैं। बलात्कार, हत्या और लूट की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। पार्टी ने आरोप लगाया कि राज्य की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है और सरकार तमाशबीन बनी हुई है। केस CBI को हैंडओवर करने और गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग कांग्रेस ने पूरे मामले की CBI जांच की मांग की है। साथ ही दुर्ग के एसपी को तत्काल हटाने और संबंधित थाना प्रभारी को सस्पेंड करने की मांग की गई है। पार्टी ने कहा है कि इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए गृह मंत्री को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। अगर वह इस्तीफा नहीं देते तो मुख्यमंत्री को उन्हें बर्खास्त करना चाहिए। “न्याय पथ” से रायपुर तक घेराव की तैयारी 18 अप्रैल से कांग्रेस ‘न्याय पथ यात्रा’ शुरू करेगी, जो दुर्ग से रायपुर तक चलेगी। 21 अप्रैल को मुख्यमंत्री निवास का घेराव कर प्रदेश सरकार को बेटियों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर घेरने की रणनीति बनाई गई है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह सिर्फ एक आंदोलन नहीं, बल्कि उन सभी बेटियों के लिए आवाज है जो आज भी न्याय के इंतजार में हैं।