219 छात्राओं वाला हायर सेकेंडरी स्कूल होगा बंद:युक्तियुक्तकरण के विरोध में करजी के लोग पहुंचे DEO कार्यालय, उग्र आंदोलन की चेतावनी

सरगुजा जिले में 219 दर्ज संख्या वाले हायर सेकेंडरी स्कूल को भी युक्तियुक्तकरण में बंद किया जा रहा है। साथ ही प्रायमरी स्कूल करजी एवं मिडिल स्कूल करजी का युक्तियुक्तकरण कर सेटअप को कम किया जा रहा है। इनमें भी खासी दर्ज संख्या अधिक है। सालों पुराने स्कूलों को बंद किए जाने से क्षेत्र के लोग आक्रोशित हैं। कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता के नेतृत्व में करजी के लोग DEO कार्यालय पहुंचे। स्कूल को बंद करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई है। स्कूलों एवं शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण में सरगुजा जिले के करजी में गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल को बंद करने का निर्णय लिया गया है। इसे ब्वायज हायर सेकेंडरी स्कूल में मर्ज किया जा रहा है। गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल के सभी शिक्षकों को अतिशेष घोषित कर दिया गया है। वहीं मिडिल स्कूल एवं प्रायमरी स्कूल को भी हायर सेकेंडरी के साथ मर्ज किया जा रहा है। स्कूल बंद किया तो उग्र आंदोलन
करजी के लोग बड़ी संख्या में एकजुट होकर डीईओ कार्यालय पहुंचे। राकेश गुप्ता ने कहा कि करीब 25 वर्ष से गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल का संचालन किया जा रहा है। यहां दर्ज संख्या भी गत वर्ष 219 थी। इस स्कूल के लिए 3 करोड़ रुपये में इंफ्रास्ट्रक्चर बन रहा है। इसे बंद करना सर्वथा अनुचित है। यहां के प्रायमरी एवं मिडिल स्कूलों को भी हायर सेकेंडरी स्कूल में मर्ज किया जा रहा है एवं पूर्व में स्वीकृत पदों को घटाकर शिक्षकों को अतिशेष किया जा रहा है। गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल को बंद न करने की गुहार ग्रामीणों ने लगाई है। जिले में कुल 14 स्कूल बंद किए जा रहे हैं। DEO बोले- शासन की नीति, हम कुछ नहीं कर सकते
DEO अशोक सिन्हा ने कहा कि शासन की नीति ही ऐसी है। युक्तियुक्तकरण की रोज समीक्षा हो रही है। एक ही परिसर या आसपास संचालित स्कूलों को मर्ज किया जा रहा है। इसकी समीक्षा बड़े स्तर पर रोज की जा रही है। हम इसमें कुछ नहीं कर सकते। कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
राकेश गुप्ता ने कहा कि एक सप्ताह पूर्व निवेदन किया गया था। आज हमने अधिकारियों से मुलाकात की है। इसके बाद भी निर्णय नहीं बदला गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। राकेश गुप्ता ने सवाल उठाया कि सरकारें क्यों अतिरिक्त जिले बना रही हैं। डीईओ, बीईओ, डीएमसी कार्यालयों का युक्तियुक्तकरण क्यों नहीं किया जा रहा है। हम ऐसे स्कूलों को बंद करने के खिलाफ हैं, जिनकी दर्ज संख्या अच्छी है। दो शिक्षक प्रायमरी की पांच कक्षाओं को नहीं पढ़ा सकते। यह प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करने की नीति है। ज्ञापन सौंपने के दौरान जिला पंचायत सदस्य अनीमा केरकेट्टा, विक्रम सोनपाकर, सतीश यादव, अरुण गुप्ता, प्रमोद चौधरी, अविनाश कुमार, विनोद राज, शुभम जायसवाल सहित करजी के निवासी उपस्थित थे।

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