छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में एक पिता ने अपनी बेटी और भतीजे की जान बचाने के लिए अपनी जान दे दी। हथनेवरा एनिकट के पास हसदेव नदी में डूबे लक्ष्मी प्रसाद साहू (32 साल) का शव 22 घंटे बाद मिला है। घटना 7 जून की सुबह 7:15 बजे की है। प्रकाश इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड में कार्यरत लक्ष्मी प्रसाद अपनी बेटी श्वेता और भतीजा मनीष के साथ नहाने गए थे। दोनों बच्चे नदी में नहा रहे थे। अचानक वे गहरे पानी में चले गए। यह देखकर लक्ष्मी प्रसाद उन्हें बचाने कूद पड़े। ऑक्सीजन के साथ एनीकेट में उतरी SDRF लक्ष्मी प्रसाद ने दोनों बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल दिया। लेकिन वे खुद गहरे पानी में डूब गए। सूचना मिलते ही चांपा पुलिस मौके पर पहुंची। खोजबीन के बाद बिलासपुर से SDRF की टीम को बुलाया गया। टीम दोपहर 3 बजे पहुंची और ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ तलाश शुरू की। 22 घंटे बाद तैरता मिला शव रात होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ा। रविवार 8 जून की सुबह 5:30 बजे लक्ष्मी प्रसाद का शव घटना स्थल से 400 मीटर दूर नदी किनारे तैरता मिला। SDRF की टीम ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।