इंदौर महानगर अग्रवाल समाज 7 मार्च को राजीव गांधी चौराहा स्थित शुभ कारज गार्डन में सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन करेगा। इस आयोजन में विभिन्न समाजों के 22 जोड़ों का विवाह एक साथ होगा। यह परंपरा 1980 से शुरू हुई थी। स्व. समाजसेवी रमेशचंद्र अग्रवाल और कुंजीलाल गोयल की प्रेरणा से शुरू हुई इस परंपरा में अब तक 500 से ज्यादा जोड़ों के विवाह हो चुके हैं। इस वर्ष के आयोजन में बुरहानपुर, भोपाल, बड़वानी, खंडवा, खरगोन, शाजापुर, रतलाम, देवास, देपालपुर और इंदौर सहित आसपास के कस्बों से जोड़े शामिल होंगे। समाज के वरिष्ठ सदस्यों की ओर से सभी नवविवाहित जोड़ों को गृहस्थी शुरू करने के लिए उपहार दिए जाएंगे। संयोजक राजेश कुंजीलाल गोयल और नंदकिशोर कंदोई के अनुसार, विवाह स्थल पर 22 लग्न मंडप, 22 यज्ञ वेदी और 22 तोरण की व्यवस्था की गई है। साथ ही 22 पंडितों की व्यवस्था भी की गई है। 7 मार्च को सभी वर-वधु एवं उनके रिश्तेदार को वहां सबसे पहले गणेश पूजन, उसके बाद 10 बजे साकड़ी राखी, 11 बजे चाक-भात, दोपहर 1 बजे सगाई, सायं 4 बजे सामेला, 5 बजे वर निकासी, 5.30 बजे वर-वधु का संयुक्त चल समारोह एवं तदपश्चात शुभलग्न से लेकर विवाह के सभी संस्कार संपन्न होंगे। इसके लिए विवाह स्थल पर 22 मंडप, 22 लग्न वेदी, 22 पंडित, चल समारोह में दूल्हें के लिए 22 घोड़ी एवं दुल्हनों के लिए बग्घियों की व्यवस्था की गई है। इस अवसर पर वैश्य समाज के युवा जोड़ों की संस्था ‘जिंदगी न मिलेगी दोबारा’ का शुभारंभ भी होगा। यह संस्था अग्रवाल-वैश्य समाज के विवाह योग्य युवक-युवतियों के लिए बायोडाटा संकलन, रिश्ते तय करने और रोजगार संबंधी मार्गदर्शन का काम करेगी। विवाह की सभी रस्में एक ही दिन में संपन्न होंगी।