छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में शासन की स्वास्थ्य और जनकल्याण योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करने वाली मितानिनें पिछले लगभग तीन महीनों से प्रोत्साहन राशि न मिलने के कारण आर्थिक संकट से जूझ रही हैं। इसी समस्या को लेकर सोमवार को मितानिनों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। मितानिनों के अनुसार, अगस्त से अक्टूबर तक की तीन महीने की प्रोत्साहन राशि अब तक जारी नहीं की गई है। पहले यह भुगतान हर महीने की 15 से 20 तारीख तक प्राप्त हो जाता था, लेकिन अब भुगतान 3-4 महीने रुककर मिल रहा है, जिससे उनके सामने रोजमर्रा के खर्चों को पूरा करने में कठिनाई खड़ी हो गई है। प्रोत्साहन राशि पर ही चल रहा है घर शहरी मितानिन संघ की अध्यक्ष सरिता चौहान ने कहा कि, हम में से अधिकांश का पूरा परिवार इसी प्रोत्साहन राशि पर निर्भर है। जब समय पर भुगतान नहीं होगा तो घर कैसे चलेगा? किस्तों में राशि मिल रही है, यह अत्यंत कष्टदायक है। उन्होंने बताया कि यदि प्रशासन ने जल्द इस समस्या का समाधान नहीं किया, तो वे मंत्री स्तर पर अपनी मांगों को रखने मजबूर होंगी। 50% मानदेय बढ़ाने के वादे की भी याद दिलाई सरिता चौहान ने यह भी कहा कि, पहले हड़ताल के दौरान सरकार ने 50 प्रतिशत मानदेय बढ़ाने की बात कही थी, पर अब तक किसी को इसका लाभ नहीं मिला है। मितानिनों ने उम्मीद जताई है कि जिला प्रशासन उनकी मांगों को गंभीरता से लेते हुए बकाया प्रोत्साहन राशि जल्द जारी करेगा।


