हाई रिटर्न स्कीम में इन्वेस्ट का झांसा देकर लोगों से ठगी करने के आरोप में पुलिस ने पति-पत्नी को गिरफ्तार किया है। दोनों पति-पत्नी पिछले 3 साल से फरार थे। वर्तमान में यूपी में किराए के मकान में रह रहे थे।
पुलिस को आरोपी की बेटी के बेचे गए मोबाइल की लोकेशन के आधार पर पति-पत्नी की लोकेशन का पता किया। दोनों की गिरफ्तारी पर पुलिस की ओर से 10-10 का इनाम घोषित था। आरोपी पवन जैन (45) व मैना देवी (43) मूल रूप से सरसिया तहसील जहाजपुर भीलवाड़ा हाल निवासी लैंडमार्क सिटी कुन्हाड़ी थाना कोटा के निवासी है। टीचर से ठग बनने की कहानी
सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि पवन जैन केंद्रीय विद्यालय झालावाड़ में टीचर था। उसे ऑनलाइन ट्रेडिंग का शौक लग गया था। उसने अपनी सैलरी लगाकर शेयर और विदेशी मुद्रा में ट्रेडिंग का काम करना शुरू कर दिया था। 5 प्रतिशत मंथली रिटर्न पर रकम ली। पवन ने ज्यादा रिटर्न के लिए अपने जानकार लोगों से 5 प्रतिशत मंथली रिटर्न पर रकम ली। पहले तो Octa Fx नाम के ब्रोकर पर Forex ट्रेडिंग की। फिर और ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए रूस की Nord Fx कंपनी के ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग की। जिसमें उसने लोगों से ली गई रकम ट्रेडिंग में लगाई। 10 करोड़ ट्रेडिंग में लगाए
पवन कुछ समय तक तो लोगों को भुगतान करता रहा। बाद में कोटा, झालावाड़, बूंदी बारां, भोपाल व इंदौर के लोगों के करीब 10 करोड़ रुपए ट्रेडिंग में लगा दिए। इधर Nord Fx ब्रोकर कम्पनी ने विड्रॉल भुगतान देना बंद कर दिया। खाते हैक करने से लोगों को भुगतान नहीं मिला। लोगों ने घर व स्कूल पर जाकर हंगामा तो आरोपी परिवार सहित कोटा से फरार हो गया। आरोपी ने खुद व अपनी पत्नी मैना देवी के नाम से लोगों से रुपए लेकर अपने अकाउंट में ट्रांसफर किए थे। पति-पत्नी के खिलाफ 5-5 मामले दर्ज
पवन जैन व उसकी पत्नी मैना देवी के खिलाफ कोटा व झालावाड़ में 5-5 मामले दर्ज हुए। कोटा रेंज आईजी के निर्देश पर आरोपियों की तलाश में टीम गठित की गई। लेकिन आरोपियों द्वारा अपने मोबाइल, बैंक अकाउंट बंद कर देने से कोई जानकारी नहीं मिली। कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी हुए
दोनों आरोपियों के खिलाफ कोर्ट से स्थाई गिरफ्तारी वारंट जारी हुए। दिसंबर के महीने में दोनों आरोपियों को भगोड़ा घोषित करने के लिए पत्रावली एसपी ऑफिस भिजवाई गई थी। जिस पर एसपी ने अनंतपुऱा थाना पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए निर्देश जारी किए। दोनों की गिरफ्तारी पर 10-10 का इनाम घोषित किया। फोन बेचने पर ट्रेस हुआ
अंन्तपुरा थाने के कांस्टेबल फरसाराम ने दोनों आरोपियों के संबंध में तकनीकी जानकारी जुटाई।
आरोपी दंपति के आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट व बैंक खातों की जानकारी जुटाई। इसी दौरान पवन जैन के द्वारा 2020 में उपयोग में लिए गए एक एप्पल कंपनी के मोबाइल को CASIFI एप पर बेचने की जानकारी मिली। ये फोन आरोपी की बेटी ने बेचा।
पेमेंट पश्चिम बंगाल के फर्जी खाते में डलवाया लेकिन ओटीपी के लिए उसने अपने खुद के नंबर दे दिए। जिस नंबर पर ओटीपी आया उसकी लोकेशन प्राप्त की। आरोपी दम्पती का लखनऊ में होना सामने आया। जिस पर टीम लखनऊ पहुंची। पति ट्यूशन व पत्नी सिलाई कर रही थी
आरोपी दम्पती वहां निर्माणाधीन बिल्डिंग में किराए से रह रहे थे। पवन जैन ट्यूशन पढ़ाकर व उसकी पत्नी सिलाई करके परिवार का गुजर बसर कर रहे थे। इससे पहले आरोपी दम्पती ने एक साल तक नागपुर में रहकर फरारी काटी। ये था मामला
अगस्त 2022 में अन्नतपुरा निवासी फरियादी ने अन्नतपुरा थाने में शिकायत दी थी। शिकायत में बताया कि वो पवन जैन से 2018 में सम्पर्क में आया। साल 2020 में उसने हाई रिटर्न स्कीम में अच्छा मुनाफा दिलवाने का झांसा देकर अलग अलग बार में 18 लाख रुपए का इन्वेस्ट करवाया। जब उससे रकम का तकाजा किया तो उल्टे फंसाने की धमकी दी।