भास्कर न्यूज | लुधियाना इंडस्ट्रियल प्रॉपर्टी फैसिलिटेशन सेंटर (आईपीएफसी) की 30वीं वार्षिक आम संचालन समिति की बैठक लुधियाना के एक होटल में आयोजित की गई। इसमें एमएसएमई सेक्टर को नई दिशा देने वाले कई बड़े ऐलान किए गए। बैठक की अध्यक्षता एपीएमए के चेयरमैन गुरप्रगट सिंह काहलों ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में एडीसी संजीव चावला (एमएसएमई-डीएफओ) विशेष रूप से मौजूद रहे। आईपीएफसी प्रमुख गुरप्रीत सिंह ने बताया कि एमएसएमई इनोवेशन स्कीम के तहत पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, राजस्थान, जम्मू और यूपी में 45 इनोवेशन अवेयरनेस प्रोग्राम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही 100 करोड़ रुपए की लागत से एमएसएमई के लिए नई योजनाएं लागू होंगी। बैठक में बताया गया कि अब तक 20 जीआई (ज्योग्राफिकल इंडिकेशन) फाइल किए जा चुके हैं। सदस्यों को ट्रेडमार्क, डिजाइन व पेटेंट पर प्रतिपूर्ति योजना की भी जानकारी दी गई। सहायक परमेश सैनी ने इनोवेशन कैंप्स की रूपरेखा रखी, जबकि डॉ. एसबी सिंह ने जालंधर, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर और कोटकपुरा में हुए नवाचार कार्यक्रमों की रिपोर्ट पेश की। इन आयोजनों में शुभम कपूर, अर्जन सिंह और अमीर चंद की भूमिका सराही गई। एमएसएमई-डीएफओ के कृष्ण कुमार ने इंटरनेशनल कोऑपरेशन स्कीम और मार्केट डेवलपमेंट असिस्टेंस स्कीम के तहत 2025-26 में कम से कम दो अंतरराष्ट्रीय मेलों में पंजाब के उत्पादों को ले जाने की योजना साझा की। बैठक में चरणजीत सिंह विश्वकर्मा, अवतार सिंह भोगल, तरलोचन सिंह और नरिंदर सिंह भामरा को संचालन समिति का नया सदस्य नामित किया गया। कार्यक्रम समन्वयक फोप्सिया अध्यक्ष बदीश जिंदल रहे और धन्यवाद प्रस्ताव के साथ बैठक का समापन हुआ।