छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षाबलों को टारगेट करने के लिए नक्सलियों की तरफ से लगाए गए IED बम ग्रामीणों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। पिछले दो दिनों में दो ग्रामीण इन विस्फोटकों की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। दरअसल, बीजापुर जिले के ईलमिडी निवासी प्रमोद ककेम मंगलवार सुबह ब्लास्ट की चपेट में आ गया। इससे पहले सोमवार को कांकेर के स्कूलपारा निवासी कमलू, जो जंगल में पशु चराने गया था, IED विस्फोट में घायल हुआ था। नहाने गया था नाले में, दबे हुए IED से हुआ विस्फोट रविवार सुबह करीब 8 बजे प्रमोद ककेम (24) अपने रिश्तेदार के घर ग्राम गुंजेपर्ती (उसूर थाना क्षेत्र) आया था। वो पास के नाले में नहाने गया, तभी नक्सलियों का प्लांट प्रेशर IED ब्लास्ट हो गया। विस्फोट में प्रमोद के दोनों हाथों की हथेली में गंभीर चोटें आई हैं। इस दौरान मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने तुरंत उसे उठाकर प्राथमिक इलाज दिलवाया, फिर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उसूर में भर्ती कराया गया है। फिलहाल उसका इलाज चल रहा है। पुलिस की अपील- जंगलों में रहें सतर्क पुलिस ने एक बार फिर आम जनता से अपील की है कि, जंगलों या संवेदनशील इलाकों में आवागमन के दौरान सतर्कता बरतें। कोई संदिग्ध वस्तु, व्यक्ति या गतिविधि दिखे तो तत्काल निकटतम थाना या सुरक्षाबल कैंप को सूचित करें। जवानों को निशाना बनाने की साजिश, चपेट में आ रहे ग्रामीण बस्तर संभाग के छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर क्षेत्र में नक्सलियों ने बड़ी संख्या में आईईडी बिछा रखे हैं। इनका मकसद सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाना है, लेकिन अब इसकी चपेट में बेगुनाह ग्रामीण भी आ रहे हैं। लगातार हो रहे इस तरह के हादसे से इलाके में दहशत का माहौल है।