सीसीएल हजारीबाग एरिया के रैयतों और विस्थापितों को नववर्ष 2025 में बड़ी सौगात मिलेगी। 5 साल से बंद केदला उत्खनन परियोजना अगले महीना चालू होगी। 1973 में खोली गई इस खदान में पिछले 5 साल से कोयला उत्पादन बंद था। डीजीएमएस की गाइडलाइंस के मुताबिक खदान से कोयला खनन पर रोक लगाई गई थी। कई पीओ ने खदान को खोलने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली थी। हजारीबाग के महाप्रबंधक केके सिन्हा और परियोजना पदाधिकारी एसके त्रिवेदी की कड़ी मेहनत ने सब कुछ बदल कर रख दिया। इन्होंने सारी प्रक्रियाएं पूरी कर डिपार्टमेंटल की पूर्व की खदान से फिलहाल कोयला उत्पादन शुरू कर दिया है। वहीं केदला उत्खनन परियोजना को दूसरे फेज के साथ नए स्वरूप में खोलने के लिए तैयार किया गया है। नए उत्पादन क्षेत्र के लिए 189.05 हेक्टेयर भूमि का आवंटन हुआ है। परियोजना पदाधिकारी एसके त्रिवेदी ने बताया कि आउटसोर्सिंग के तहत जल्द से जल्द कोयला उत्पादन शुरू किया जाएगा। सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। कुछ विभागीय काम बचा है। उस पर काम चल रहा है। कोयला उत्पादन के लिए आउटसोर्सिंग को काम दे दिया गया है। आवंटित भूमि से 1.35 एमटीपीए कोयला खनन होगा। प्रति वर्ष पांच मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।