8वें वेतन आयोग में कमियां, कर्मचारी रखेंगे जयपुर में मांग:पेंशनर्स के हक के लिए आंदोलन; 26 दिसंबर को सड़कों पर करेंगे प्रदर्शन

राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) ने फैसला किया है कि अब कर्मचारी अपनी अलग-अलग समस्याओं को लेकर जल्द ही सड़कों पर उतरेंगे। उन्होंने 26 दिसंबर को जयपुर जाने का फैसला किया है। वहां मुख्य 17 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना और प्रदर्शन करेंगे। यह बड़ा निर्णय दूनी में हुई महासंघ की राज्यस्तरीय चिंतन शिविर (बैठक) में लिया गया, जो राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल दूनी में हुई। मुख्य मांगें और कारण महासंघ के प्रमुख महेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि सातवें वेतन आयोग की कमियां अभी दूर नहीं हुई हैं, और अब आठवें वेतन आयोग (8th Pay Commission) में भी कई गलतियां रह गई हैं। उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि आठवें वेतन आयोग में पेंशन लेने वाले पेंशनर्स का जिक्र ही नहीं है।कर्मचारी महासंघ की मांग है कि 8वें वेतन आयोग की समीक्षा की जाए और उसमें पेंशन भोगियों के हितों की रक्षा के लिए उचित नियम शामिल किए जाएं। चौधरी ने कहा कि अपनी 17 सूत्रीय मांगों को मनवाने के लिए कर्मचारियों को बड़ी संख्या में इकट्ठा होना होगा। वह बोले- लोकतंत्र में सिर कटाने व झुकाने की जरूरत नहीं है, सिर गिनाकर ही हम हमारी मांगे मंगवा सकते हैं। महासंघ ने बुद्धि, युक्ति व शक्ति के बल पर सदैव ही कर्मचारियों के हितों की रक्षा की है तथा कई सौगातों से दामन भरा है। इसलिए एक बार फिर जयपुर में आंदोलन करेंगे। 26 दिसंबर को रखेंगे मांग संगठन के प्रदेशाध्यक्ष राजेन्द्र राणा ने सभी कर्मचारियों से 26 दिसंबर को जयपुर पहुंचेंगे। अन्य पदाधिकारियों ने भी खाली पड़े सरकारी पदों को भरने की मांग उठाई और पूछा कि जब एक नेता को 40 कमांडो मिलते हैं, तो 40 स्टूडेंट्स पर एक शिक्षक क्यों नहीं है? उन्होंने कहा कि अब यह बताने का समय आ गया है कि लोकतंत्र में ‘बनाने वाला’ (जनता और कर्मचारी) ‘बनने वाले’ (नेता) से बड़ा होता है। वक्ताओं ने आठवें वेतन आयोग की समीक्षा करने, पेंशन भोगियों के हितों की रक्षा करने और संविदा, निविदा, व ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों के नियमों और वेतन-भत्तों को बेहतर बनाने की भी मांग की। कार्यक्रम संयोजक सुरेंद्र सिंह नरुका ने बताया कि महासंघ के जिलाध्यक्ष राजाराम जांगिड़ व महामंत्री प्रमोद स्वर्णकार ने जिले के कर्मचारियों को जयपुर जाने के लिए जिम्मेदारियां सौंपते हुए लंबित प्रकरणों व समस्याओं के निदान के लिए कार्ययोजना बनाई। इनकी रही भूमिका प्रबोध संघ के प्रदेश मंत्री केसर लाल जाट, राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष परशुराम जाट, कर्मचारी नेता ओमप्रकाश रोझ, ब्लॉक अध्यक्ष कमल किशोर चतुर्वेदी, नाथू लाल बैरवा, अब्दुल्ला गाजीखान, बद्री पालीवाल, ब्रमराज मीणा, शिक्षक संघ सियाराम के कन्हैया लाल मीणा, महासंघ के राधाकृष्ण मीणा, कैलाश शर्मा सहित दर्जनों पदाधिकारियों ने महासंघ के इस राज्य स्तरीय प्रदर्शन में भूमिका रही। वक्ताओं ने आठवें वेतन आयोग की समीक्षा करने के साथ इसमें पेंशन भोगियों के हितों की रक्षा करने की मांग उठाई तथा संविदा, निविदा व ठेके के कर्मचारियों के नियम व वेतन भत्तों को अनुकूल बनाने पर जोर दिया। इस अवसर पर सर्वसम्मति से महासंघ के देवली तहसील अध्यक्ष के लिए नरेश पारीक व दूनी तहसील अध्यक्ष के लिए राजू लाल कुम्हार को मनोनीत किया गया। बैठक में सीताराम मीणा, कन्हैया लाल चंदेल, अशोक शर्मा, त्रिलोक माहुर, रमेश चंद राव, विनोद कुम्हार, कमलेश जैन, सहित दर्जनों कर्मचारी मौजूद रहे।

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