पीएन. बोस कंपाउंड, लालपुर निवासी रजनीश कुमार सिन्हा के साथ साइबर ठगी हुई। इस मामले में उन्होंने साइबर थाना में केस दर्ज कराया है। जिसमें बताया है कि 11 मार्च की सुबह 11:03 बजे उनके मोबाइल पर कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को एसबीआई हेड ऑफिस का अधिकारी बताया। रजनीश ने कॉल काट दिया। दोबारा 12:03 बजे उसी नंबर से कॉल आया। फिर से केवाईसी अपडेट करने की बात कही। इसके बाद व्हाट्सएप पर मैसेज भेजा। एसबीआई कार्ड ऐप पर केवाईसी अपडेट करने को कहा। स्क्रीन शेयर करने के लिए कहा। झांसे में आकर रजनीश ने स्क्रीन शेयर कर दिया। आधार कार्ड और फोटो भी अपलोड कर दिया। फिर ठग ने कहा कि उनके एसबीआई क्रेडिट कार्ड की लिमिट 9 लाख तक बढ़ाई जा सकती है, कोई चार्ज नहीं लगेगा। रजनीश ने हामी भरी तो उनके दोनों बैंक एकाउंट आरबीएल, एसबीआई और आईसीआईसीआई के क्रेडिट कार्ड से ट्रांजेक्शन शुरू हो गए। जब उन्होंने ठग से पूछा कि पैसे क्यों कट रहे हैं, तो उसने कहा कि यह अपडेट की प्रक्रिया है। पहले डेबिट कार्ड से कटा पैसा रिफंड होगा। फिर एसबीआई क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ेगी। 12 मार्च को भी उनके डेबिट कार्ड से पैसे कट गए। रजनीश ने ठग को कॉल किया। पूछा कि पैसे रिफंड क्यों नहीं हुए। ठग ने कहा कि अगर फ्रॉड होता तो सारा पैसा एक साथ काट लिया जाता। 12 मार्च को शाम 5 बजे तक पूरा पैसा वापस मिल जाएगा। जब पैसे वापस नहीं मिले तो रजनीश ने कई बार कॉल किया। ठग का मोबाइल बंद हो गया।