छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ ब्लॉक स्थित शासकीय प्राथमिक शाला मेउ में गणित की शिक्षिका रामसिला कश्यप 21 जुलाई 2015 से स्कूल नहीं आई हैं। शिक्षिका की अनुपस्थिति से नाराज ग्रामीणों और अभिभावकों ने स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया। स्कूल में गणित की पढ़ाई पूरी तरह प्रभावित हुई है। छात्रों की गणित विषय में बुनियादी समझ कमजोर हो रही है। कई अभिभावकों को अपने बच्चों को निजी स्कूलों में भेजना पड़ रहा है। कुछ छात्र पढ़ाई छोड़ने की स्थिति में हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द समाधान नहीं निकला तो आंदोलन तेज किया जाएगा। अब विरोध के बाद आदिवासी विकास विभाग ने रामसिला कश्यप को छात्रावास अधीक्षिका पद से मुक्त कर शासकीय माध्यमिक शाला मेउ में कार्यग्रहण करने का निर्देश दिया है। साथ ही मीना कांत को छात्रावास की नई अधीक्षिका नियुक्त किया गया है। दूसरे विभाग में पद स्थापना से नहीं आती थी स्कूल ब्लाक शिक्षा अधिकारी एम एल कौशिक ने बताया कि शिक्षिका रमशीला कश्यप के पूर्व माध्यमिक शाला मेउ में पदस्थापना के बाद से उन्हें आदिम जाति विभाग में प्रतिनियुक्ति में हॉस्टल अधीक्षिका के पद पर भेजा गया था, जिसके कारण शिक्षिका पढ़ाने नहीं आ रही थी। उन्होंने ग्रामीणों की मांग पर अब आदिम जाति विभाग को पत्राचार कर मेडम को हॉस्टल अधीक्षिका के पद से मुक्त करने के लिए कहा गया है, साथ ही रमशीला कश्यप अब स्कूल में गणित विषय पढ़ाएगी।