भास्कर न्यूज | लुधियाना पंजाब सरकार ने शिक्षा विभाग में नवनियुक्त 951 ईटीटी अध्यापकों को नियुक्ति पत्र सौंपे। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरु नानक देव भवन में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और खुद नियुक्ति पत्र वितरित किए। यह भर्ती 2364 पदों के तहत हुई थी। इस मौके पर सीएम ने ऐलान किया कि 2026 में होने वाली जनगणना में शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगेगी, ताकि स्कूलों की पढ़ाई प्रभावित न हो। उन्होंने कहा कि अब तक 36 महीनों में 52606 सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं और जल्द ही यह आंकड़ा और बढ़ाया जाएगा। शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने बताया कि 128 सरकारी स्कूलों की 10 हजार से ज्यादा छात्राएं स्कूल बस सुविधा का लाभ ले रही हैं। कार्यक्रम में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। उम्मीदवारों को बैग और मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं थी, जबकि उनके साथ आए परिजनों को गुरु नानक देव भवन के पास पंजाबी भवन के अंदर रखा गया और गेट बंद कर दिया गया। लुधियाना से सांसद संजीव अरोड़ा ने स्कूल ऑफ एमिनेंस की सराहना करते हुए कहा कि यहां दाखिले के लिए सिफारिशें आ रही हैं। उन्होंने बताया कि विदेशों में भेजे जाने वाले शिक्षकों के लिए भी सिफारिशें पहुंचती हैं। नियुक्ति पत्र देने के दौरान पंजाबी भवन का गेट बंद कर दिया गया और उम्मीदवारों के परिजनों को बाहर नहीं आने दिया गया। सीएम मान ने कहा कि वह खुद सरकारी स्कूल में पढ़े हैं और यहां के शिक्षकों में किसी तरह की प्रतिभा की कमी नहीं है। कहा कि सरकारी स्कूलों के शिक्षक प्राइवेट स्कूलों से बेहतर होते हैं, लेकिन पहले उन्हें सही माहौल नहीं मिला था, जिसे अब सुधारा जा रहा है। उन्होंने शिक्षकों को छात्रों की खूबियों की पहचान कर उन्हें उसी क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। सीएम ने बताया कि शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों में उलझाने की पुरानी परंपरा को खत्म किया जा रहा है। सरकार ने फैसला लिया है कि 2026 की जनगणना में शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगेगी, बल्कि यह काम पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं से करवाया जाएगा, ताकि स्कूलों की पढ़ाई बाधित न हो। इस समय आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां, शिक्षा सचिव आनंदिता मितरा, शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी व अन्य लोग मौजूद रहे।