अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने के लिए 28-सूत्रीय शांति फ्रेमवर्क तैयार किया है। यह फ्रेमवर्क अमेरिकी सेना सचिव डैन ड्रिस्कॉल के यूक्रेन यात्रा के दौरान सामने आया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इसमें यूक्रेनी सुरक्षा गारंटियों का जिक्र है, लेकिन साथ ही यूक्रेन से जमीन छोड़ने, सेना की संख्या कम करने और नाटो को यूक्रेन में सैनिक भेजने से रोकने की भी मांग की गई है। अमेरिका ने अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने भी ऐसी किसी शांति योजना के बारे में जानकारी होने से इनकार किया है। वहीं, जेलेंस्कीं ने इस प्रस्ताव को लेकर शुरूआती सहमति जताई है। हालांकि, कई अमेरिकी समाचार आउटलेट्स ने सूत्र के हवाले से इसकी पुष्टि की है। अमेरिकी डिजिटल समाचार आउटलेट एक्सियोस और ब्रिटेन के फाइनेंशियल टाइम्स ने बुधवार को सबसे पहले इस योजना के बारे में बताया। सुरक्षा गारंटी के बदले यूक्रेन को सेना छोटी करने का प्रस्ताव ट्रम्प प्रशासन ने साफ किया है कि, दोनों पक्षों को समझौते करने होंगे। ‘पीबीएस न्यूज आवर’ मीडिया को मिले 28-सूत्रीय योजना के मुताबिक इस फ्रेमवर्क में न केवल यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटी शामिल है, बल्कि रूस की लंबे समय से चली आ रही मांगे भी शामिल हैं। इसमें कहा गया है कि, यूक्रेन को अपनी सेना का आकार सीमित करना होगा। नाटो को यूक्रेन में कोई भी सैनिक भेजने की अनुमति नहीं होगी। यूक्रेन को डोनेट्स्क क्षेत्र का वह हिस्सा छोड़ना होगा जिस पर उसका अभी भी नियंत्रण है और जिस पर रूस 11 साल के युद्ध के बावजूद कब्जा नहीं कर पाया है। उस क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रूसी क्षेत्र के रूप में मान्यता दी जाएगी। इससे रूस को पूरे डोनबास इलाके पर नियंत्रण मिल जाएगा। इसके बाद अमेरिका डोनबास, क्रीमिया और जापोरिज्जिया और खेरसॉन के कब्जे वाले हिस्सों को वास्तविक रूसी क्षेत्र के रूप में मान्यता देगा। इसके अलावा, नाटो भविष्य में यूक्रेन को शामिल नहीं करेगा। अमेरिका रूस पर लगे प्रतिबंधों को चरणबद्ध तरीके से और हर मामले के आधार पर हटाएगा। प्लान के मुताबिक दोनों पक्षों को उनका हरकतों के लिए माफी दी जाएगी। साथ ही फ्रीज रूसी संपत्तियों से 100 अरब डॉलर यूक्रेन का पुनर्निर्माण के लिए मिलेगा। रॉयटर्स के मुताबिक, यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इसके लिए शुरूआती सहमति दे दी है। प्रस्तावों पर बातचीत करने के लिए तैयार हुए जेलेंस्की 21 नवंबर को अमेरिकी सेना अधिकारियों से कीव में मुलाकात के दौरान जेलेंस्की ने कहा- हम इस बात पर सहमत हुए कि हमारी टीमें इन प्रस्तावों पर बातचीत और काम करेंगी ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ये सभी प्रस्ताव सच हैं। फिलहाल, हम कोई पक्का वादा नहीं करेंगे, हम स्पष्ट और ईमानदार काम के लिए तैयार हैं। हालांकि, उन्होंने शर्तों पर फिर से विचार करने की मांग की है। दूसरी ओर जेलेंस्की ने यह भी कहा कि सिर्फ अमेरिका और ट्रम्प के पास ही जंग को खत्म करने की ताकत है। वहीं, यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख काजा कलास ने कहा, “किसी भी योजना के लिए यूक्रेन और यूरोप को शामिल करना जरूरी है।” अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने X पर लिखा,’अमेरिका इस संघर्ष के दोनों पक्षों से मिले इनपुट के आधार पर इस जंग को खत्म करने के लिए संभावित विचारों पर काम करना जारी रखेगा।’ ट्रम्प का 28-सूत्री फ्रेमवर्क यह 28-सूत्री योजना ट्रम्प प्रशासन की गाजा युद्ध समाप्ति योजना से प्रेरित बताई जा रही है। एक्सियोस की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने अक्टूबर में रूसी RDIF प्रमुख किरिल दिमित्रीव के साथ तीन दिनों की बैठक की, जहां इस ड्राफ्ट पर चर्चा हुई। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि यह योजना दोनों पक्षों (रूस और यूक्रेन) से इनपुट लेकर तैयार की गई है, लेकिन यूक्रेनी अधिकारियों ने दावा किया है कि उन्हें इसमें शामिल नहीं किया गया। संभावित योजना को चार पार्ट में बांटा गया है- 1-7: यूक्रेन में शांति (क्षेत्रीय और सैन्य व्यवस्था) 8-14: सुरक्षा गारंटी (यूक्रेन और यूरोप के लिए) 15-21: यूरोप में सुरक्षा (क्षेत्रीय स्थिरता) 22-28: भविष्य की अमेरिकी भूमिका (दीर्घकालिक संबंध) ——————————– ये खबर भी पढ़ें… व्हाइट हाउस में पहली बार ट्रम्प-ममदानी की मुलाकात: प्रेस सचिव बोलीं- एक कम्युनिस्ट आ रहा, लेकिन देश के लिए राष्ट्रपति किसी से भी मिलेंगे न्यूयॉर्क के होने वाले भारतीय मूल के मेयर जोहरान ममदानी शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से पहली बार फेस-टू-फेस मीटिंग करेंगे।। 4 नवंबर को न्यूयॉर्क सिटी मेयर चुनाव के बाद भी दोनों की यह पहली मुलाकात होगी। पूरी खबर पढ़ें…


