गोल बाजार योजना का डब्बा गोल…:दो साल में सिर्फ 15 रजिस्ट्री, नहीं बनेगा स्मार्ट बाजार

गोल बाजार को स्मार्ट और हाईटेक बनाने की योजना अब लगभग बंद हो गई है। कलेक्टर गाइडलाइन में गोलबाजार के जमीन की कीमत करीब 8000 रुपए वर्गफीट तक बढ़ गई है। पहले यहां जमीन की कीमत 8 से 10 हजार रुपए प्रति वर्गफीट थी, लेकिन अब जमीन की सरकारी कीमत 14 से 18 हजार रुपए प्रति वर्गफीट तक हो गई है। इस वजह से नई कीमत में रजिस्ट्री कराने का खर्चा 5 से 10 लाख रुपए तक बढ़ गया है। अब कारोबारियों ने भी साफ कर दिया है कि वे बढ़ी हुई सरकारी दर पर जमीन-दुकान की रजिस्ट्री नहीं कराएंगे। गोल बाजार के लिए 2020 में पहली बार योजना बनाई गई थी। इसके लिए वहां के 960 दुकानदारों को मालिकाना हक देने के लिए जमीन और दुकान की रजिस्ट्री कराने का मौका दिया गया था। लेकिन केवल 15 व्यापारियों ने ही रजिस्ट्री कराई। निगम में भाजपा की सरकार आने के बाद इस योजना पर कई सवाल उठने लगे थे। अफसरों ने अब कह दिया है कि पुरानी योजना पर कोई काम नहीं होगा। गोल बाजार योजना में कब-कब क्या हुआ 172 को करानी थी रजिस्ट्री पिछले दो साल में कलेक्टर ने 172 कारोबारियों की पहली सूची जारी की थी। इन सभी को तुरंत रजिस्ट्री करानी थी। तत्कालीन महापौर एजाज ढेबर के कार्यकाल में सबसे पहले 2020 में यह योजना बनाई गई थी। निगम के प्रस्ताव पर सरकार ने गोलबाजार की 1,53,305 वर्गफीट जमीन 1 रुपए टोकन मनी पर निगम को हैंडओवर की थी। इस प्रोजेक्ट में गोलबाजार के बीच स्थित गुंबद का सौंदर्यीकरण भी करना था। लेकिन इस बाजार की जमीन के विकास शुल्क और गाइडलाइन की दरों को लेकर शुरू से ही विवाद होता रहा। योजना में मुख्य सड़क का खेल
गोलबाजार योजना को लांच करने के साथ ही सबसे बड़ा विवाद दुकानों के मुख्य सड़क और 20 मीटर अंदर की दुकानों को लेकर हुआ था। गोलबाजार में 579 दुकानों में करीब 480 दुकानें मुख्य सड़क के पीछे की ओर हैं। दुकानें मेन रोड से 20 मीटर के भीतर और 20 मीटर के बाद की है। कारोबारियों का कहना है था कि मुख्य सड़क पर दुकानें नहीं होने के बावजूद रजिस्ट्री की रकम मुख्य सड़क की कीमत के आधार पर ही तय की जा रही थी। इस वजह से दुकानदारों ने रजिस्ट्री नहीं कराई और योजना का विरोध शुरू कर दिया। अब नई योजना पर ही काम होगा
^ गोल बाजार की योजना पर नए सिरे से काम हो रहा है। व्यापारियों ने रजिस्ट्री ही नहीं कराई है। ऐसे में इस योजना को दोबारा बनाना ही होगा। सभी पक्षों से बात करने के बाद ही अब कोई उचित फैसला लिया जाएगा।
मीनल चौबे, महापौर रायपुर अब हम रजिस्ट्री नहीं करा सकते
पहले छूट के साथ करीब 8000 रुपए वर्गफीट में रजिस्ट्री करानाथा। अब तो कीमत 14 से 18 हजार रुपए वर्गफीट तक हो गई है। इस कीमत में तो कोई भी कारोबारी रजिस्ट्री नहीं कराएगा।
धनराज जैन, अध्यक्ष गोलबाजार व्यापारी महासंघ

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