बीसलपुर बांध अभी भी अपनी पूरी भराव क्षमता पर है और रोजाना एक सेंटीमीटर पानी की आवक जारी है, जबकि यहां से एक करोड़ से ज्यादा आबादी के लिए प्रतिदिन करीब 1000 MLD पानी छोड़ा जा रहा है। आखिरी गेट 4 दिसंबर को 334वें दिन बंद राजस्थान के बड़े बांधों में शामिल और टोंक, अजमेर व जयपुर की लाइफलाइन कहे जाने वाले बीसलपुर डैम के आखिरी गेट को 4 दिसंबर को 334वें दिन बंद किया गया। लेकिन आश्चर्य यह है कि इसके बाद भी बांध में रोजाना लगभग 1 सेंटीमीटर पानी की आवक बनी हुई है। बांध अभी भी फुल कैपेसिटी पर बीसलपुर बांध परियोजना के XEN मनीष बंसल और AEN दिनेश बैरवा ने बताया कि बांध अभी भी अपनी पूरी भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर पर भरा हुआ है। बांध से रोजाना करीब एक हजार MLD पानी टोंक, जयपुर और अजमेर के लिए पेयजल सप्लाई में जा रहा है, जिससे बांध प्रतिदिन लगभग एक सेंटीमीटर खाली होता है। लेकिन उतनी ही आवक फिर आ रही है। जुलाई में ही लबालब, पहली बार 8 गेट खुले इस साल रिकॉर्डतोड़ बारिश से बांध पहली बार जुलाई में ही लबालब हो गया था। इसके चलते 24 जुलाई को गेट खोले गए थे। वर्ष 2024 में अधिकतम 8 गेटों से पानी छोड़ा गया। बांध की भौगोलिक स्थिति: बीसलपुर बांध के 18 गेट हैं जो 15 गुणा 14 मीटर की साइज के हैं। बांध की लंबाई 576 मीटर व समुद्रतल से ऊंचाई 322.50 मीटर है। बांध की कुल जल भराव में 68 गांव डूब चुके हैं। इसमें 25 गांव पूर्ण रूप से व 43 गांव आंशिक रूप से डूब क्षेत्र में आते हैं। बांध का जलभराव क्षेत्र 25 किलोमीटर है जिसमें कुल 21 हजार 300 हेक्टेयर भूमि जलमग्न होती है। 83 हजार हेक्टेयर में होती बांध की नहरों से सिंचाई: बीसलपुर बांध के निर्माण के साथ ही इसके नहरी तंत्र का निर्माण भी 2004 में पूरा हुआ था। टोंक जिले में सिंचाई के लिए बांध की 2 मुख्य नहरें हैं। एक नहर की कुल लंबाई 51.70 किलोमीटर व दूसरी की 18.65 किलोमीटर है। जिनसे जिले की करीब 83 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित होती है। मुख्य नहर से 69 हजार 393 हेक्टेयर व दूसरी से 12 हजार 407 हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई कार्य होता है। ये बने है इस साल सात रिकॉर्ड: 1.दिसंबर माह में पहली बार गेट खुला रहना 2.सबसे ज्यादा पानी की निकासी होना 3.लगातार दूसरे साल गेट खुलना 4.पहली बार जुलाई में गेट खोलना 5.पहली बार अक्टूबर में फिर से गेट खुलना 6.नवंबर महीने में भी गेट खुले रहना 7.सबसे ज्यादा दिनों (134 दिन) तक गेट खुले रहना


