मुंडावर क्षेत्र के एक गांव में युवती की हत्या के मामले में पुलिस द्वारा 7 दिसंबर को निकाली गई आरोपी की परेड पर पीड़ित परिवार व सर्व समाज ने आपत्ति जताई है। सोमवार को पीड़ित पक्ष ने पुलिस उपाधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपकर इस परेड को मात्र औपचारिकता बताते हुए दोबारा “चेतना परेड” निकालने की मांग की। छुट्टी के दिन परेड निकालने से नाराज पीड़ित परिवार पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया- रविवार के छुट्टी के दिन और शाम के समय परेड निकालने से आमजन की भागीदारी कम रही, जिससे परेड का उद्देश्य पूरा नहीं हो सका। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि आरोपी पर कोई भय या पश्चाताप दिखाई नहीं दिया, जबकि घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस को कठोर संदेश देना चाहिए था। सर्व समाज ने बताया कि परेड के संबंध में न तो पीड़ित परिवार को और न ही समाज के अन्य लोगों को पूर्व सूचना दी गई। इसके चलते परेड को जनसमर्थन नहीं मिल सका, जिससे न्याय प्रक्रिया पर संदेह उत्पन्न होता है। बाजार, भीड़ वाले इलाके में परेड की मांग ज्ञापन में मांग की गई कि परेड खुले बाजारों, मुख्य मार्गों और भीड़भाड़ वाले स्थानों से निकाली जाए। साथ ही, पीड़ित परिवार व समाज को इसकी पूर्व सूचना दी जाए। यह भी कहा गया कि परेड ऐसी हो जिसमें अपराधियों में कानून का भय स्पष्ट दिखे, ताकि समाज में यह ठोस संदेश जाए कि जघन्य अपराधों पर पुलिस प्रशासन संवेदनशील और कठोर रुख अपनाता है। सर्व समाज ने विश्वास व्यक्त किया कि पुलिस न्याय के प्रति प्रतिबद्ध है और पीड़ित परिवार की भावनाओं का सम्मान करते हुए उचित कार्रवाई की जाएगी।


