टोंक में खाद्य सुरक्षा के प्रमाणीकरण कार्य को लेकर नाराजगी जताते हुए बी.एल.ओ. (BLO) सोमवार को सड़क पर उतर आए। कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर BLO ने विरोध प्रदर्शन किया और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने मांग रखी कि उन्हें खाद्य सुरक्षा प्रमाणीकरण के कार्य से मुक्त किया जाए, क्योंकि यह उनके कार्यक्षेत्र और अनुभव से बाहर है। निर्वाचक नामावली सुधार ही हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी BLO प्रतिनिधि मनीष, मुकेश और महेश ने बताया कि निर्वाचन विभाग द्वारा उन्हें निर्वाचक नामावली से जुड़े कार्यों के लिए नियुक्त किया गया है। उनका मुख्य कार्य मतदाता सूची में नाम जोड़ना, हटाना, संशोधन करना और शुद्धिकरण करना है।उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से उन्हें दूरभाष पर दबाव डालकर खाद्य सुरक्षा सूची में नाम जोड़ने और हस्ताक्षर करने के लिए कहा जा रहा है, जो गलत है और उनसे जबरन कार्य करवाने जैसा है। 100% डिजिटाइजेशन किया, लेकिन खाद्य सुरक्षा का ज्ञान नहीं BLO ने बताया कि वर्तमान में SIR कार्य प्रगति पर है और टोंक विधानसभा क्षेत्र में 100% डिजिटाइजेशन पूरा कर लिया गया है, जो विभाग और BLO दोनों के लिए बड़ी उपलब्धि है।लेकिन खाद्य सुरक्षा सूची के संबंध में न तो ब्लॉक लेवल पर कोई प्रशिक्षण दिया गया और न ही संबंधित मानकों की जानकारी मुहैया करवाई गई है। उन्होंने कहा- किसका नाम क्यों हटाया जाए और किसका जोड़ा जाए, इस बारे में हम कोई निर्णय नहीं ले सकते। बिना जानकारी के ऐसे कार्य करना हमारे लिए बेहद जोखिम भरा है। खाद्य सुरक्षा से अलग रखने की मांग BLO ने स्पष्ट कहा कि मतदाता सूची से जुड़े किसी भी कार्य को वे पूरी निष्ठा और तत्परता से करते रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे, लेकिन खाद्य सुरक्षा प्रमाणीकरण कार्य करने में वे असमर्थ हैं। ज्ञापन में मांग की गई कि BLO को इस अतिरिक्त जिम्मेदारी से अलग रखा जाए, जिससे वे अपने मूल कार्य को बेहतर ढंग से पूरा कर सकें।


