बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस रेखा को सऊदी अरब के जेद्दा में हुए रेड सी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में ऑनरी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें सिनेमा में उनके लंबे योगदान के लिए दिया गया। रेखा 7 दिसंबर को फेस्टिवल में शामिल हुईं। इस मौके पर उनकी 1981 में रिलीज हुई मशहूर फिल्म उमराव जान की स्क्रीनिंग रखी गई। यह फिल्म फेस्टिवल के ट्रेजर्स स्ट्रैंड सेक्शन में दिखाई गई। यह सेक्शन उन फिल्मों के लिए बनाया गया है जिन्हें दोबारा रिस्टोर कर दिखाया जाता है। इन फिल्मों ने सिनेमा के इतिहास में अपनी खास पहचान बनाई है। स्क्रीनिंग के दौरान हॉल में भारी भीड़ थी। दर्शकों, मीडिया और अंतरराष्ट्रीय फिल्म जगत के लोगों ने रेखा का स्वागत किया। फिल्म के डायरेक्टर मुजफ्फर अली भी इस मौके पर मौजूद थे। वहीं संगीतकार खय्याम के परिवार को भी याद किया गया। रेखा ने अवॉर्ड अपने फैंस और परिवार को समर्पित किया कार्यक्रम में रेखा ने कहा, “मैं ज्यादा बोलने वाली नहीं हूं। उमराव जान के डायलॉग्स ने भी वही कहा जो मेरी आंखें महसूस करती थीं। मेरी मां हमेशा कहती थीं कि अपनी उपलब्धियों के बारे में बात मत करो, बस ऐसा जीवन जियो जिससे लोग सीखें। मैंने वही सीखा कि क्या नहीं करना चाहिए। इसलिए मैंने यह मौका नहीं छोड़ा और इस फेस्टिवल में आई।” रेखा ने आगे कहा, “हर बात से ज्यादा असर खामोशी में होता है। आज मैं अपने फैंस, दोस्तों और परिवार के लिए इस पल को समर्पित करती हूं। बातों से नहीं, सिर्फ इश्क से सब होता है वो भी खामोश इश्क।” फेस्टिवल के आर्टिस्टिक डायरेक्टर फिन हॉलिगन ने रेखा को लेकर कहा, “रेखा सिर्फ भारतीय सिनेमा की नहीं हैं, बल्कि उसकी पहचान हैं। उन्होंने अपने करियर में कई बार खुद को नए रूप में पेश किया। खून भरी मांग, मुकद्दर का सिकंदर, इजाज़त, खूबसूरत, लज्जा और ज़ुबैदा जैसी फिल्मों से उन्होंने कई पीढ़ियों को प्रेरित किया।” उन्होंने कहा कि रेखा की आवाज, एक्सप्रेशन और डेडिकेशन ने उन्हें ऐसा आइकॉन बना दिया है जो एक्टिंग की लिविंग लीजेंड हैं। फेस्टिवल का ट्रेजर्स स्ट्रैंड सेक्शन उन फिल्मों के लिए है जो सिनेमा इतिहास में खास जगह रखती हैं। उमराव जान, जिसे मुजफ्फर अली ने डायरेक्ट किया और खय्याम ने संगीत दिया, ऐसी ही फिल्मों में शामिल है। इस फिल्म में रेखा ने उमराव के किरदार को शानदार तरीके से निभाया था, जिसके लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड मिला था।


