भास्कर संवाददाता| विदिशा भारतीय जनता मजदूर ट्रेड यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व राज्यमंत्री राजेंद्र नामदेव ने कहा कि मजदूरों और उद्योगों के बीच सीधा और भरोसेमंद संबंध ही असली विकास की नींव है। उन्होंने ठेका प्रथा को मजदूरों के शोषण की जड़ बताया। कहा कि इसे तुरंत खत्म किया जाए। मंगलवार को भोपाल से सागर जाते समय सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा में नामदेव ने कहा कि ठेका व्यवस्था ने मजदूरों को असुरक्षा, कम वेतन और शोषण दिया। उद्योगों ने इससे अपनी जिम्मेदारी से बचाव किया। नामदेव ने कहा कि स्थायी काम के लिए स्थायी भर्ती जरूरी है। मजदूरों को सम्मानजनक रोजगार और अधिकार मिलना चाहिए। उन्होंने मांग की कि मजदूर और कंपनी के बीच सीधा संवाद हो। प्रत्यक्ष नियुक्ति व्यवस्था लागू की जाए। इससे उत्पादन का लाभ मजदूर और उद्योग दोनों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि आउटसोर्स और ठेका पर काम कर रहे सभी कर्मियों को विभागीय रोल में लाकर नियमित नियुक्ति दी जाए। समान कार्य के लिए समान वेतन की नीति तुरंत लागू हो। नामदेव ने आरोप लगाया कि ठेका प्रथा के कारण लाखों श्रमिक असुरक्षा और कम वेतन के जाल में फंसे हैं। सरकार और विभागों ने बड़ी संख्या में काम ठेके पर दे दिए हैं। नामदेव ने चेतावनी दी कि अगर सरकार मजदूर हित में ठोस निर्णय नहीं लेती तो संगठन आंदोलन की रणनीति बनाएगा। कहा कि मजदूरों के हक की लड़ाई सड़क से लेकर सदन तक लड़ी जाएगी।


