डीडवाना-कुचामन जिले में उन्नत कृषि तकनीकों को बढ़ावा देने और विभागीय योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन की समीक्षा के लिए जिला कलेक्टर डॉ. महेंद्र खड़गावत के नेतृत्व में अधिकारियों की एक टीम ने कुचामन उपखंड के चितावा क्षेत्र का दौरा किया।
इस दौरान टीम ने प्रगतिशील किसानों के खेतों का अवलोकन किया और कृषि एवं उद्यान विभाग की गतिविधियों की जानकारी ली। भ्रमण के दौरान अधिकारियों ने शेड नेट में शिमला मिर्च की उन्नत खेती, पॉली हाउस में खीरे का उत्पादन, वर्षा जल संरक्षण के लिए निर्मित फार्म पौंड, प्याज भंडारण संरचनाएं और मल्चिंग तकनीक का निरीक्षण किया। उन्होंने पाले व अत्यधिक ठंड से बचाव के लिए लो-टनल प्रबंधन जैसी आधुनिक कृषि तकनीकों को भी देखा। किसानों से जुटाई जानकारी
अधिकारियों ने किसानों से फसल उत्पादन, उर्वरक प्रबंधन, तकनीकी नवाचार, विपणन प्रक्रिया और आय वृद्धि के उपायों पर विस्तृत जानकारी प्राप्त की। यह संवाद उन्नत कृषि पद्धतियों को समझने और उनकी चुनौतियों पर चर्चा करने के उद्देश्य से किया गया था। कलेक्टर खड़गावत ने किसानों से कृषि विभाग की योजनाओं, उपकरणों पर अनुदान, फसल बीमा और मुआवजा प्रक्रियाओं पर चर्चा की। किसानों ने जिले में प्याज के बीज व विपणन के लिए नेफेड केंद्र खोलने की मांग की, जिस पर कलक्टर ने सकारात्मक रुख दिखाते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने मूंग और मूंगफली खरीद के टोकन जारी होने में आ रही समस्याओं के शीघ्र समाधान के भी निर्देश दिए। कई अधिकारी रहे मौजूद
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर डीडवाना मोहन लाल खटनावलिया, अतिरिक्त जिला कलेक्टर कुचामन राकेश कुमार गुप्ता, कुचामन उपखंड अधिकारी विश्वामित्र मीणा, डीडवाना नगर परिषद आयुक्त भगवान सिंह, विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता एफ.आर. मीणा, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता सुनील मानवताल, एसीएमएचओ डॉ. संजय शर्मा सहित रसद, शिक्षा, सांख्यिकी, समाज कल्याण और महिला अधिकारिता विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे। चितावा का यह कृषि अवलोकन दौरा जिले में उन्नत तकनीक आधारित खेती को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है। इसका उद्देश्य किसानों को आधुनिक कृषि पद्धतियों से जोड़कर उनकी आय में वृद्धि करना है।


