कोटा नगर निगम में अब एक व्यक्ति एक समय सिर्फ एक ही काम को लेकर आवेदन दे सकेगा। इसके लिए नई व्यवस्था लागू की गई है। जिसके तहत अब कोई जनप्रतिनिधि या कर्मचारी के भी एक से ज्यादा आवेदन एक साथ नहीं लिए जाएंगे। कोटा में एक निगम होने के बाद हेल्पलाइन को भी सुधारा जा रहा है। जिसके तहत व्यवस्था में बदलाव किया गया है। कुछ दिन पहले कामों को लेकर निगम हेल्प लाइन में विवाद की स्थिति भी बनी थी। जिसके बाद अब नई व्यवस्था की गई है। जिसके तहत एक साथ कई आवेदन लाने वालों पर रोक लगाई है। आयुक्त ने हेल्प लाइन के लिए उपायुक्त भावना सिंह को प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया है। साथ ही हेल्प लाइन में बैनर लगाया गया है। जिसमें लिखा है कि एक व्यक्ति से एक ही आवेदन लिया जाएगा। आवेदन करनेवाला परिवार का निकटतम सदस्य होना आवश्यक है। जिससे वहां आने वाले हर व्यक्ति का काम हो सके और किसी को अधिक समय तक इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा। साथ ही यहां लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या को भी बढ़ाया जाएगा। जिससे अधिक मॉनिटरिंग की जा सके और किसी भी तरह की गड़बड़ी व अव्यवस्था को रोका जा सकेगा। इस व्यवस्था के साथ ही निवर्तमान पार्षदों व जनप्रतिनिधियों तक को अंदर जाने से रोका जा रहा है। उनके वार्ड के लोगों के आवेदन काम के लिए लाने पर नहीं लिए जा रहे हैं। जिसके एक आवेदन है वो लिए जा रहे है, ज्यादा होने पर नहीं लिए जा रहे। आयुक्त ओम प्रकाश मेहरा का कहना है कि हैल्प लाइन में अधिकतर लोग जन्म, मृत्यु व विवाह पंजीयन प्रमाण पत्र बनवाने आते है। इनके अलावा नाम संशोधन समेत कई अन्य काम भी करवाने आते हैं। अभी तक कई लोग एक साथ आवेदन लेकर आते थे। कतार में खड़ा व्यक्ति इंतजार करता रहता और उसका काम होने में काफी समय लग जाता था। लेकिन अब उस व्यवस्था को बदल दिया गया है। अब एक व्यक्ति से केवल एक ही आवेदन लिया जा रहा है। जिससे किसी को कोई समस्या नहीं होगी। हैल्प लाइन में पहले की कोई पेंडेंसी नहीं है। अब आवेदन करने के अगले दिन तक आवेदक का काम हो जाएगा।


