डीडवाना के गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज में पिछले एक माह से चल रहा रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर बुधवार को संपन्न हो गया। इस अवसर पर प्रमाण-पत्र वितरण समारोह का आयोजन किया गया। शिविर के दौरान छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए आवश्यक तकनीकी और मानसिक कौशल सिखाए गए। इस प्रशिक्षण से छात्राओं के आत्मविश्वास, आत्मबल और सुरक्षा के प्रति जागरूकता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। प्रशिक्षक सुमन बेनीवाल, शर्मिला प्रजापत और निरमा ढाका के मार्गदर्शन में यह शिविर संचालित किया गया। समापन समारोह की मुख्य मेहमान राजकीय बांगड़ कॉलेज, डीडवाना की प्रिंसिपल डॉ. मनीषा गोदारा थीं। उन्होंने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आत्मबल और आत्मविश्वास ही विद्यार्थी जीवन की सबसे बड़ी ताकत है। डॉ. गोदारा ने आत्मरक्षा के ज्ञान को हर लड़की के व्यक्तित्व विकास के लिए अत्यंत आवश्यक बताया। मुख्य मेहमान ने प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूर्ण करने वाली छात्राओं को प्रमाण-पत्र वितरित किए। उन्होंने भविष्य में भी ऐसे आत्मरक्षा शिविर नियमित रूप से आयोजित करने की घोषणा की, जिसका छात्राओं ने उत्साहपूर्वक स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान कई छात्राओं ने अपने प्रशिक्षण अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि इस शिविर ने उन्हें न केवल शारीरिक रूप से सक्षम बनाया, बल्कि मानसिक दृढ़ता और आत्मविश्वास भी प्रदान किया है। इस अवसर पर गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. इरसाद अली खां, प्रशिक्षण कार्यक्रम संयोजक सुमन गोदारा, सुनीता, मोनिका चौधरी और डॉ. अंतिमा अग्रवाल सहित कॉलेज परिवार के अन्य सदस्य मौजूद रहे। सभी ने छात्राओं के उत्साह, अनुशासन और सीखने की ललक की सराहना की तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।


