बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में एक नाबालिग लड़की पर विवाह के लिए दबाव बनाने और इसी दबाव के चलते उसके सुसाइड करने के मामले में पुलिस ने एक नाबालिग लड़के को निरुद्ध किया है। दोनों एक-दूसरे से प्यार करते थे लेकिन लड़की फिलहाल विवाह करने के लिए तैयार नहीं थी। ज्यादा दबाव बनाया तो उसने 25 सितम्बर को सुसाइड कर लिया। दरअसल, सितम्बर में एक नाबालिग लड़की और नाबालिग लड़का ही श्रीडूंगरगढ़ के एक गांव से साथ में ही निकल गए थे। बाद में परिजनों ने दोनों को ढूंढ लिया। घर लाए और सगाई भी कर दी। इसके बाद दोनों की शादी को लेकर लड़के ने दबाव बनाना शुरू कर दिया। लड़की चाहती थी कि अभी शादी नहीं करेंगे। इसके अलावा भी दोनों के बीच कुछ विवाद था। इस बीच 25 सितम्बर को नाबालिग लड़की ने सुसाइड कर लिया। लड़की के पिता ने लड़के पर आरोप लगाया कि वो नाबालिग लड़की पर जल्दी विवाह करने का दबाव बना रहा था। इसी से परेशान होकर उसकी लड़की ने सुसाइड कर लिया। लड़की के पिता के परिवाद पर नाबालिग लड़के पर आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने का मामला दर्ज हो गया। एफआईआर होने के करीब ढाई महीने बाद अब पुलिस ने इसे निरुद्ध किया है। नाबालिग होने के कारण उसे अब विशेष अदालत के समक्ष पेश करके सुधार गृह भेजा गया है। श्रीडूंगरगढ़ थानाधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि दोनों नाबालिग थे और दोनों के बीच सगाई के बाद से विवाद चल रहा था। जिसमें विवाद का एक कारण जल्दी विवाह करने बताया जा रहा है। पुलिस ने फिलहाल लड़के को निरुद्ध करवाया है। 16 साल की नाबालिग लड़की ने 25 सितंबर को घर में ही फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था। दोनों पड़ौसी थे और एक दूसरे से प्यार के चलते घर से भी निकले थे।


