छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ डिवीजन में जल जीवन मिशन के काम में देरी करने वाले दो ठेकेदारों के अनुबंध रद्द कर दिए गए हैं। एक ही गांव का काम लेने वाले इन दो ठेकेदारों ने अनुबंध अवधि में काम शुरू नहीं किया था। जिसके चलते पीएचई विभाग की ओर से कार्रवाई की गई है। बताया जा रहा है कि, जांजगीर-चांपा की मेसर्स हीरा देवी को जल जीवन मिशन के तहत विकासखंड धर्मजयगढ़ के ग्राम गीधकालो में एकल ग्राम नल जल प्रदाय योजना में पाइप लाइन बिछाने, जोड़ने और निर्माण का काम दिया गया था। इनका अनुबंध 27 नवंबर 2023 को समाप्त हो गया है। संबंधित फर्म ने अभी तक काम शुरू नहीं किया है। ऐसे में विभाग ने इसका अनुबंध निरस्त कर दिया है। इसकी जमा सुरक्षा राशि जब्त कर ली गई है। 27 जनवरी को समाप्त हो गया अनुबंध इसी तरह, धर्मजयगढ़ के ग्राम रामपुर में नल जल प्रदाय योजना में नल कनेक्शन विस्तार का काम सक्ती जिले के मेसर्स के पी राठौर को दिया गया था। उनका अनुबंध 27 जनवरी 2024 को समाप्त हो गया, लेकिन उन्होंने भी अभी तक काम शुरू नहीं किया है। इस वजह से विभाग ने दोनों का अनुबंध निरस्त कर अमानत राशि को राजसात कर लिया है। इसके साथ ही राज्य कार्यालय में मिशन डायरेक्टर को पत्र लिखकर दोनों ठेकदारों को ब्लैकलिस्ट करने के लिए अनुशंसा की गई है। मार्च 2025 तक काम पूरा करने का टारगेट ग्रामीण क्षेत्र के हर घर में नल कनेक्शन के लिए जल जीवन मिशन के तहत 2 लाख 42 हजार 872 नल कनेक्शन लगाने का टारगेट दिया गया था। जिसमें से 1 लाख 98 हजार 920 नल कनेक्शन दिया जा चुका है। बाकी लक्ष्य को मार्च 2025 तक पूरा करने का टारगेट है। पहले 2024 तक काम पूरा करना था, लेकिन ठेकेदारों की लेटलतीफी के कारण काम पूरा नहीं हो सका। 65 ठेकेदारो को नोटिस भी दिया पीएचई विभाग के ईई परिक्षित चौधरी ने बताया कि, 70 गांव के हर घर में पानी सप्लाई किया जा रहा है। जिसका सत्यापन भी हो चुका है। लेटलतीफी करने वाले 2 ठेकेदारों का अनुबंध निरस्त किया गया है। पहले भी 65 ठेकेदारों को नोटिस भी दिया गया। जिले में 120 ठेकेदार जल जीवन मिशन का काम कर रहे हैं। जिनके कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।