लुधियाना| सतलुज किनारे स्थित शनि गांव में शून्य प्रभु की अध्यक्षता में साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया। इस दौरान भारी संख्या में उपस्थित होकर श्रद्धालुओं ने शनि देव का तेलाभिषेक किया। शून्य प्रभु ने उपस्थित श्रद्धालुओं को भक्ति मार्ग पर चलने का उपदेश देते हुए कहा कि सच्ची भक्ति में ईश्वर से अनन्य प्रेम होता है। कितना भी दान-पुण्य, जप-तप करो अगर अंदर ईश्वर के प्रति प्रेम और विश्वास नहीं है तो सब बेकार है। जो भक्त परमात्मा से अनन्य प्रेम करते है, प्रेम से ईश्वर को अपना स्वामी, सखा, माता-पिता या बंधू भ्राता मानते हैं वे ईश्वर को प्रिय होते हैं। उन्होंने कहा कि भक्ति करने से नकारात्मक लक्ष्यों से ध्यान भटकना बच जाता है और ध्यान सकारात्मक हो जाता है, ऐसे में भक्ति करने से शरीर को ताकत, खुशी, और रचनात्मक शक्ति मिलती है। भक्ति करने से ईश्वर की कृपा बनी रहती है और आंतरिक शांति मिलती है। साथ ही उन्होंने कहा कि भक्ति करने से भावना शुद्ध रहती है और पापों से बचा जा सकता है। शनि आरती के साथ सत्संग सम्पन्न हुआ।