जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा जिसका आयोजन 21 व 22 सितंबर 2024 को किया गया था, उस मामले में पेपर लीक की जांच कर रही सीआईडी की एसआईटी ने जांच तेज कर दी है। एसआईटी को इस मामले में अबतक साक्ष्य के तौर पर पांच मोबाइल फोन मिले है। जिनसे परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र लीक होने से संबंधित वीडियो व ऑडियो की रिकार्डिंग की गई थी। अब उक्त सभी मोबाइल को एसआईटी फारेंसिक लैब (एफएसएल) भेजने की तैयारी में है। ताकि यह पता चल सके कि उक्त मोबाइल से की गई वीडियो रिकार्डिंग परीक्षा शुरू होने से पहले की है। एफएसएल की जांच रिपोर्ट से ही इस मामले में खुलासा हो पाएगा कि परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र लीक हुए थे या नहीं। सीजीएल परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में रातू थाना में हजारीबाग के रहने वाले राजेश प्रसाद ने 18 दिसंबर को प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिसमें तीन प्रमुख जगहों का जिक्र किया गया था जहां प्रश्न पत्र लीक होने के साक्ष्य मिले थे और मोबाइल से इसकी वीडियो व ऑडियो रिकार्डिंग अभ्यर्थियों की ओर से किए गए थे। मुजफ्फरपुर, दिल्ली और काठमांडू में भी पेपर लीक एसआईटी को अभ्यर्थियों की ओर से जानकारी दी गई है कि परीक्षा से पूर्व मुज्जफरपुर, दिल्ली व काठमांडू में भी प्रश्न पत्र लीक हुए। वहां भी कई अभ्यर्थियों को प्रश्नों के उत्तर याद कराने के लिए भेजे गए थे। ऐसे कई अभ्यर्थियों का विवरण एसआईटी को अभ्यर्थियों ने उपलब्ध कराया गया है जो इन जगहों पर प्रश्नों के उत्तर याद करने के लिए गए थे। इसके अलावा यह भी जानकारी दी गई है कि परीक्षा से दो तीन दिन पहले आसनसोल के एक होटल व नियामतपुर के एक विवाह भवन में भी छात्रों को इक्ट्ठा कर प्रश्न व उत्तर बताए गए। एसआईटी इसकी भी जांच करेगा। एसआईटी को ये दिए गए हैं साक्ष्य, जिनकी एफएसएल में होगी जांच एसआईटी को मोबाइल में जो साक्ष्य उपलब्ध कराए गए है उनमें पहला परीक्षा केंद्र बलियापुर पर पहुंचे अभ्यर्थी रामचंद्र मंडल द्वारा बनाया गया वीडियो व फोटो शामिल है। जिसमें बताया गया है कि एक अभ्यर्थी परीक्षा शुरू होने से पहले अपने मोबाइल से किसी से बात कर रहा था और कुछ कागज पर लिख रहा था। कागज पर लिखे गए उक्त शब्दों का उन्होंने फोटो लिया। जो परीक्षा शुरू होने से पहले का था। दूसरा साक्ष्य जो एसआईटी को दिया गया है वह धनबाद के कुमार बीएड कॉलेज सेंटर का है। जहां गिरिडीह के रहने वाले प्रेम लाल ठाकुर ने उक्त वीडियो को बनाया। उक्त वीडियो में परीक्षा से पहले एक अभ्यर्थी चलते हुए मोबाइल पर किसी से बात कर रहा था और कुछ कागज पर कुछ लिख रहा था। जब उससे पूछा गया कि वह क्या लिख रहा है तो वह भागने लगा। भागने के दौरान उसने कागज को फाड़ कर फेंक दिया। बाद में उन सभी टुकड़ो को जोड़ा गया तो परीक्षा में आए प्रश्न के उत्तर उसमें लिखे मिले। यह मामला भी परीक्षा शुरू होने से पहले का था। तीसरा मामला रातू के मखमंदरों परीक्षा केंद्र पर देखने को मिला। यहां भी एक अभ्यर्थी मोबाइल से किसी से बात करते हुए कागज पर कुछ लिख रहा था। उक्त कागज पर लिखा हुआ प्रश्न के उत्तर की भी तस्वीर ली गई। जिसे परीक्षा खत्म होने बाद मिलान किया गया तो वह हू ब हू मिला।