आलीराजपुर जिले के सोंडवा विकासखंड के छकतला में 16 करोड़ की लागत से बनने वाले औद्योगिक क्षेत्र को मंजूरी मिल गई है। इसका भूमि पूजन कल 12 दिसंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव करेंगे। छकतला में 6 हेक्टेयर जमीन पर 1514.54 लाख रुपए की लागत से मप्र लघु उद्योग निगम 49 प्लॉट विकसित करेगा। सरकार की इस पहल के बाद 49 इकाइयां स्थापित होंगी व लगभग 130 करोड़ निवेश तथा 2000 रोजगार सर्जित होंगे। यहां हीरे तराशने व अन्य उद्योगों को भूमि दी जाएगी। उद्योग स्थापित होने पर लगभग 2000 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। इससे यहां पलायन रुकेगा। अभी गुजरात जाकर करना पड़ता है काम अभी छकतला और बखतगढ़ क्षेत्र में स्थानीय स्तर पर हीरे तराशने के काम किया जा रहा है। आमतौर पर क्षेत्र के कुशल कारीगरों में हीरे तराशने का हुनर होने के बावजूद उन्हें गुजरात जाकर काम करना पड़ता है, जिससे उन्हें अपने परिवार से भी दूर होना पड़ता है। साथ ही इससे जिले के कुशल कारीगरों के पलायन की समस्या भी बढ़ती है l इस तरह होता है काम हीरे को तराशने के लिए सबसे पहले डाई मे बिना पॉलिश हीरे को लगाया जाता है, उसमें हीरा जोड़ने के बाद पॉलिशिंग मशीन से पॉलिश किया जाता है। एक पॉलिश मशीन में 4 कारीगर काम करते हैं, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति का अलग-अलग काम होता है। ये सभी व्यक्ति क्रमशः (स्टेप बाय स्टेप) हीरा पॉलिश करते हैं, अंततः हीरा चमकने लगता है। एक व्यक्ति प्रतिदिन 800-1000 रुपए तक की आय अर्जित करता है। इन कारीगरों को एक- एक हीरे के आकार के अनुसार प्रति पॉलिश निश्चित राशि कार्य के आधार पर दी जाती है। एक कुशल कारीगर महीने में लगभग 20 हजार से 25 हजार रुपए से अधिक तक आय अर्जित करते हैं।


