जिले में अब एक नहीं दो मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) बैठेंगे। क्योंकि पीसीपीएनडीटी जिला को-ऑर्डिनेटर रिश्वतकांड में फंसे डॉ. एचएल ताबियार 5वीं बार कोर्ट से स्टे लेकर आ गए हैं। जबकि 17 डॉ. ताबियार जनवरी को सरकार ने सीएमएचओ पद से हटाकर एमजी अस्पताल में पीसीएमओ पद पर लगाया था। उनकी जगह एमजी अस्पताल के पीएमओ डॉ. खुशपाल सिंह राठौड़ को सीएमएचओ लगाया था। डॉ. राठौड़ ने 18 जनवरी को ज्वॉइन भी कर लिया था। डॉ. ताबियार भी रिलीव हो गए थे, लेकिन उन्होंने पीसीएमओ पद पर ज्वॉइनिंग नहीं दी थी। इस बीच डॉ. ताबियार राजस्थान सिविल सेवा अपील अधिकरण चल पीठ जोधपुर से फिर स्टे लेकर आ गए। डॉ. ताबियार को सीएमएचओ की कुर्सी से ऐसा लगाव है कि वह 5वीं बार कोर्ट से स्टे लेकर आए हैं। ताबियार बांसवाड़ा में पिछले 12-13 साल से सीएमएचओ हैं। इस दौरान उनका कई बार तबादला भी हुआ, लेकिन उन्होंने कहीं भी ज्वॉइन नहीं किया। इससे पहले 5 नवंबर 2022 को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक के आदेश पर जिला चिकित्सालय डूंगरपुर लगाया था। स्टे वेकेंट हो गया, लेकिन कुर्सी से ऐसा लगाव की पद नहीं छोड़ा। राजस्थान सिविल सेवा अपील अधिकरण चल पीठ जोधपुर में सुनवाई के दौरान डॉ. ताबियार की पैरवी कर रहे वकील ने हाईकोर्ट के डॉ. पुष्पा बनाम राजस्थान राज्य मामले में हुए फैसले का हवाला देते हुए बताया कि सेवानिवृत्ति के नजदीक होने के बावजूद ट्रांसफर किया गया। इस आधार पर स्टे मिला। मामले में अब अगली सुनवाई 18 मार्च को होगी।