नाला से झामुमो विधायक रबींद्रनाथ महतो मंगलवार को निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष चुने गए। सदन के नेता हेमंत सोरेन, भाजपा, कांग्रेस, राजद, माले, जदयू, जेकेएलएम और आजसू ने उन्हें अध्यक्ष बनाने के प्रस्ताव पर समर्थन दिया था। प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी ने सदन में उनके निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा की। इसके बाद रबींद्रनाथ को सदन के नेता हेमंत सोरेन और भाजपा के वरिष्ठ विधायक बाबूलाल मरांडी ने आसन पर बैठाया। रबींद्रनाथ ने कहा कि उन्हें जो संसदीय मर्यादा के पालन का दायित्व मिला है, उसका सबके सहयोग से पालन करेंगे। सदन में आलोचना हो, सदस्य विचार व्यक्त करें, उनकी अभिव्यक्ति हो, लेकिन गतिरोध न हो। सदन में हम उच्च कोटि का संवाद करें। उन्होंने कहा कि सदन पक्ष और विपक्ष दोनों से मिलकर चलता है। विपक्ष सरकार का आईना होता है। लोकतंत्र की यही ताकत है कि सबकी बात सुनी जाए। मेरा भी प्रयास होगा कि निष्पक्ष रूप से सदन का संचालन कर सकूं। सदस्यों को पर्याप्त अवसर दूं। नवनिर्वाचित 21 विधायक सदन के नियमों, परंपराओं और परिपाटियों का गहन अध्ययन करेंगे। अपने अभिभावक समान वरिष्ठ सदस्यों के अनुभव का लाभ उठाकर श्रेष्ठ ससदीय परंपराओं का पालन करेंगे। छठी विधानसभा एक नए विजन, नए संकल्प की सभा हो। सभा रचनात्मक चिंतन, नूतन विचारों की सभा बने। आज राज्यपाल का अभिभाषण, प्रथम अनुपूरक बजट भी: विधानसभा के विशेष सत्र में बुधवार को राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार का अभिभाषण होगा। सरकार के भावी कार्यक्रम और योजनाओं से सदन और राज्य की जनता को अवगत कराएंगे। इसके अलावा सरकार द्वितीय अनुपूरक बजट भी पेश करेगी। लगभग 13 हजार करोड़ के अनुपूरक बजट के माध्यम से सरकार मंईयां व अन्य योजनाओं के लिए जरूरी पैसे का प्रावधान करेगी।