मक्सी के पास कनासियां गांव में पूर्व अध्यापक कृष्णकांत गुप्ता का 86 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। परिजनों ने उनकी आखिरी इच्छा अनुसार उनके नेत्र दान किए। उनके निधन के बाद देर रात डॉक्टरों की टीम ने उनके नेत्र निकालकर सुरक्षित रख लिए। उनके परिवार में जेष्ठ पुत्र और अध्यापक विमल गुप्ता ने बताया की पिताजी ने जीवंत पर्यंत गरीबों को मुफ्त और उच्च शिक्षा देने को अपने जीवन का संकल्प बनाया। वे गायत्री परिवार के बहुत करीब थे और गायत्री परिवार के सभी नियम धर्मों का पालन करते थे। वे 86 वर्ष की अवस्था में भी बारीक से बारीक अक्षर को बगैर किसी चश्मे की सहायता से पढ़ लिया करते थे। रविवार रात उनके नेत्र निकालने के लिए घर पहुंचे नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टर मनोज कुमार पंचोली ने बताया कि दोनों आंखों को सुरक्षित निकाल कर ऑब्जर्वेशन में इंदौर के निजी अस्पताल में सुरक्षित रखा है। इसके अलावा गुप्ता परिवार ने कनासियां गांव में बनने वाले राम मंदिर के लिए 1 लाख 51 हजार रुपए दान करने की घोषणा की।