आलीराजपुर कलेक्टर डॉ. अभय अरविंद बेडेकर ने सोमवार को अधिकारियों की बैठक ली। इसमें उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में जनकल्याण पर्व मनाया जा रहा है। इस पर्व का आयोजन 11 से 26 दिसंबर तक किया जा रहा है। इस दौरान 76 से अधिक योजनाओं और सेवाओं का लाभ लोगों तक घर-घर जाकर पहुंचाना है। बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को दिए निर्देश इसके लिए शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। प्रत्येक शिविर के लिए संपर्क अधिकारी और शिविर अधिकारी निर्धारित किए गए हैं। जिले में कुल 336 जनकल्याण शिविर आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिया कि शासन की हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रत्येक घर जाकर सर्वे किया जाए और आवश्यकता के अनुसार योजनाओं के आवेदन प्राप्त कर वे सेवाएं या हितलाभ प्रदान किया जाए। बिजली कनेक्शन के लिए सर्वे के निर्देश कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के दिए निर्देशों के अनुपालन में जनकल्याण अभियान के लिए प्रत्येक गांव के लिए जो संपर्क दल गठित किया है। वह फलियावार जा कर प्रत्येक घर में बिजली कनेक्शन उपलब्धता के लिए सर्वे का कार्य भी करेगा। इस सर्वे से प्राप्त जानकारी एकत्रित कर शासन स्तर पर भेजी जाएगी। आयुष्मान कार्ड बनाने के दिए निर्देश आयुष्मान कार्ड की प्रगति की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि 70 से अधिक साल की उम्र के हितग्राहियों की आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए जिले की प्रगति बहुत लचर है। सीएचओ और ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर इसके लिए विशेष प्रयास करें। उन्होंने जिला स्वास्थ्य अधिकारी और समस्त जनपद सीईओ को निर्देश दिया कि इस कार्य को इस कार्य में अधिक प्रगति लाने के लिए प्रयास करें। 70 प्लस आयुष्मान कार्ड के लिए दोबारा ई-केवाईसी करने की आवश्यकता है। यह कार्य भी लगातार किया जाएं। समीक्षा बैठक के दौरान खाद्य आपूर्ति विभाग अधिकारी रामा आवास्या ने बताया कि राजस्व सहकारिता और खाद्य विभाग का संयुक्त दल स्टॉक सत्यापन के लिए तैयार किया गया है। उन्होंने स्टॉक सत्यापन करने की प्रक्रिया के संबंध में जानकारी दी। कलेक्टर डॉ. बेडेकर ने इस दौरान राजस्व महाअभियान 3.0 की समीक्षा की और निर्देशित किया कि स्वामित्व, फॉर्मर रजिस्ट्री, पीएम ई केवाईसी जैसे कार्यों में तीव्रता लाई जाए। ताकि जिले की रैंकिंग में और सुधार आए। राजस्व राजस्व महिला बाल विकास जनजाति कार्य विभाग सहित अन्य विभागों की समीक्षा कर उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी विभाग अध्यक्ष अपनी अपनी लंबित शिकायतों को प्रतिदिन समीक्षा करते हुए संतोषजनक रूप से निराकृत करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि जिले में 84 शिकायतें लंबित थे। जिन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।