दमोह जिले के तेंदूखेड़ा ब्लाॅक के कुलुआ गांव में बुधवार दोपहर मगरमच्छ तालाब से निकलकर सामने बने स्कूल के पीछे पहुंच गया। 10 फीट लंबे मगरमच्छ को देख बच्चे दहशत में आ गए। स्कूल के शिक्षक ने तत्काल ही वन विभाग को सूचना दी। ग्रामीणों ने बताया कि एक महीने से वन विभाग के अधिकारियों से मगरमच्छ को पकड़ने की गुहार लगा रहे हैं, क्योंकि उसने तालाब में घर बना लिया है। अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे। गांव में सरकारी स्कूल के पीछे तालाब है, जिसे पंचायत द्वारा बनवाया गया था। पिछले एक साल से तालाब में मगरमच्छ आ गया है। ग्रामीण पिछले एक साल से मगरमच्छ को इसे नदी में शिफ्ट करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन वन विभाग और पंचायत अनदेखा कर रहा है। हालांकि अब तेजगढ़ रेंजर नीरज पांडे मगरमच्छ का जल्द ही रेस्क्यू करवाकर उसे दूसरी जगह छोड़ने की बात कह रहे हैं। बता दें कि जिले में सबसे ज्यादा मगरमच्छ तेंदूखेड़ा ब्लाॅक की नदियों और जलाशयों में हैं। नदियों से बाहर निकलकर अपना रहवास दूसरे स्थानों पर बनाने लगे हैं।