ग्वालियर में मंगलवार को अल्प प्रवास पर पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, ‘मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि नदी जोड़ो अभियान का सपना पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने देखा था। विरोधियों ने उनके सपने को चैलेंज करने के लिए हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट में घुमाया, लेकिन अब जाकर यह सपना पूरा हो रहा है। इससे उन इलाकों में मदद होगी, जहां बूंद-बूंद के लिए किसान परेशान होता है।’ सीएम ने कहा, ‘नदी जोड़ो अभियान से लोगों की जिंदगी में एक नया उजाला आया है, नई उम्मीद जागी है। बूंद-बूंद पानी का उपयोग हर एक खेत और पीने वाले प्राणी को इसकी कीमत मालूम पड़ती है। मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने 2022 से सपना देखा और उन्होंने प्रयास किया। मध्यप्रदेश वो राज्य बना, जिसने एक साथ दो नदी जोड़ो अभियान में हिस्सा लिया। दो राज्यों के साथ नदी जोड़ो अभियान जुड़ा है। इससे मध्यप्रदेश के 11 जिलों सहित ग्वालियर – चंबल को भी लाभ मिलेगा।’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘ग्वालियर में किसी बात की कमी नहीं है। लोग अपनी मेहनत से इज्जत से अपनी खेती बाड़ी करते हैं, लेकिन पानी के अभाव में खेत सूखे रहते थे, लोग पलायन करते थे, अब मुझे इस बात का संतोष है कि हमारा मुरैना, शिवपुरी, ग्वालियर आदि शहरों में पानी का प्रबंध होगा। साथ ही गुना से लेकर शिवपुरी, राजगढ़, ब्यावरा, इंदौर, उज्जैन जैसे 11 जिलों को इसका लाभ मिलेगा।’ अटलजी के जन्मदिवस पर केन-बेतवा अभियान शुरू होगा
सीएम ने कहा कि इसी महीने हमारे कल्याण पर्व के अवसर पर 25 दिसंबर को अटलजी की जयंती के अवसर पर केन-बेतवा नदी जोड़ो का अभियान का शुभारंभ होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके लिए मध्यप्रदेश आएंगे।