प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत ने दुनिया में एक अलग स्थान बनाया है। इंदौर मध्यप्रदेश का ब्रांड एंबेसडर की भूमिका निभा रहा है। मैं जब यूके और जर्मनी गया तो कई सारे लोगों ने उत्साह उमंग के साथ 56 दुकान से लेकर सराफा तक के व्यंजनों की प्रशंसा की। 17 दिसंबर हमारा प्रवासी भारतीयों का एक संबंध जोड़ता है। मेरी अपनी ओर से मध्यप्रदेश सरकार की ओर से आपका स्वागत अभिनंदन करता हूं। यह बात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार रात को इंदौर में आयोजित एनआईआई समिट के समापन अवसर पर ऑनलाइन जुड़ने के दौरान कही। देश में एनआरआई सम्मेलन का जनक इंदौर है मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मेरे मेयर के कार्यकाल के दौरान इंदौर शहर में पहला एनआरआई सम्मेलन आयोजित किया गया था। एनआरआई सम्मेलन की सफलता को पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. सुषमा स्वराज ने अपनी आंखों से देखा था। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के पास जाकर बताया कि इंदौर एनआरआई सम्मेलन कर रहा है। भारत सरकार ने भी इसके बाद एनआरआई सम्मेलन आयोजित किया। मैं कह सकता हूं कि देश में एनआरआई सम्मेलन का जनक इंदौर है। इंदौर में मेयर पुष्यमित्र भार्गव के नेतृत्व में एनआरआई सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। मैं इसके लिए उन्हें बधाई देता हूं। ताई बोलीं- इंदौर को सकारात्मक सोच वाला मेयर मिला है पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा कि आज विश्व में कुछ होता है तो पहले भारत से इसके बारे में पूछते हैं कि क्या करना है। भारत का मतलब आज एक युवा व्यक्ति है। उन्होंने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय ने भी महापौर होते हुए बहुत अच्छे काम किए हैं। मैं चाहूंगी कि इंदौर को पहला युवा और सकारात्मक सोच वाला मेयर पुष्यमित्र भार्गव के रूप में मिला है। उनके द्वारा हमारे इंदौरी जो विश्व के अलग-अलग कोनों में रहते हैं। वह इंदौर से कैसे जुड़े, इसके लिए बहुत ही सफल और काम किया जा रहा है। मेयर बोले- आज NRI घर बैठे MP में जमीन खरीद सकते हैं मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि, मंत्री विजयवर्गीय द्वारा इंदौर में दुनियाभर के इंदौरियों को बुलाने का काम किया। इसके बाद 2002 से प्रवासी भारतीय सम्मेलन भारत सरकार ने करना शुरू किया। उन्होंने कहा कि लगातार प्रयास कितने परिणाम दे सकता है। इसका उदाहरण है नान रेजिडेंट इंदौरी फोरम 17 दिसंबर 2022। हमने इसकी पहली समिट की और आज 3 सालों के लगातार प्रयास से करीब 45 देश के 1800 से ज्यादा इंदौर हमारे साथ रजिस्टर्ड हैं। वे अपनी जन्म भूमि इंदौर के लिए सेवा करना चाहते हैं। इंदौर किस तरीके से आगे बढ़ रहा है, उसमें उनकी क्या भूमिका हो उसे तय करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार के बाद दूसरी बार इंदौर में जब एनआरआई सबमिट हुई तो एनआरआई ने यह तय किया कि इंदौर के डेवलपमेंट में उसके टेक्निकल सुझाव से क्या मदद कर सकते हैं तो इंदौर में एक अनूठा काम हुआ कि इंदौर के वाटर पंपिंग को और वाटर कंजर्वेशन को बढ़ाने के लिए कई सारे सुझाव हमें मिले। एनआरआई की जो इंदौर में समस्याएं हैं, उसको लेकर भी कई सारे काम हुए। मध्य प्रदेश सरकार ने घर बैठे रजिस्ट्री करने का प्रावधान किया है तो जितने हमारे एनआरआई साथी हैं और जो इंदौर और मध्य प्रदेश में जमीन खरीदना चाहते हैं तो रजिस्ट्री करने के लिए मध्य प्रदेश आने की जरूरत नहीं है, यह सभी घर बैठे हो जाएगा। समापन समारोह राजबाड़ा परिसर में हुआ। कार्यक्रम के बाद गोपाल मंदिर में इंदौर की परंपरा अनुसार एनआरआई सदस्यों द्वारा भोजन प्रसादी ली गई। एनआरआई समिट के दूसरे दिन सुबह बायपास स्थित LBW टर्फ पर एक विशेष क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य अतिथियों के साथ आपसी सौहार्द और खेल भावना को बढ़ावा देना था। सभी अतिथियों ने मैच में उत्साहपूर्वक भाग लिया और खेल का आनंद लिया। आयोजन में बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस मौके पर टीम मेयर-11, ईस्ट एशिया और दुबई की टीम द्वारा क्रिकेट मैच भी खेल गया। मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इस तरह के आयोजन न केवल खेल को बढ़ावा देते हैं, बल्कि इंदौर की सांस्कृतिक और सामाजिक समृद्धि को भी प्रदर्शित करते हैं। उन्होंने इंदौर शहर के विकास में प्रवासी भारतीयों (NRI) के योगदान की भी सराहना की। मप्र बेसबॉल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष बने महापौर