राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने जालोर की ऐतिहासिक इलाकों के सर्वेक्षण की मांग की है। उन्होंने उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी को पत्र लिखा है। जिसमें भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा जालोर स्थित तोपखाना, जालोर दुर्ग व उसके आस-पास इलाके का सर्वेक्षण करवाकर प्राप्त अवशेषों पर शोध एवं अध्ययन करवाने की मांग की है। गर्ग ने पत्र में बताया कि जालोर का गौरवशाली इतिहास वीर सपूतों एवं शूरवीर योद्धाओं की कहानियों से कई पीढ़ियों को प्रेरित करता रहा हैं। वीर वीरमदेव और कान्हड़देव का नाम राजस्थान की सांस्कृतिक एवं राजनीतिक विरासत में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। लेकिन पर्याप्त शोध और पुरातात्विक खोज के अभाव में जालोर के गौरवशाली इतिहास के कई पहलुओं से इतिहासकार भी अनभिज्ञ है। किसी भी सभ्यता को आगे बढ़ाने के लिए अपने वास्तविक इतिहास को जानने की आवश्यकता होती है। उन्होंने उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी से निवेदन किया कि वे सक्षम स्तर से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को निर्देशित करावें कि जालोर स्थित तोपखाना, जालोर दुर्ग और उसके आस-पास के इलाके में सर्वेक्षण करवाया जाए। इससे यह पता लगाया जावें कि कान्हड़देव, वीर वीरमदेव इत्यादि शूरवीरों के महल और निवास स्थल, उनकी रचनाएं, तत्कालीन कला, राजनीतिक व सांस्कृतिक के स्वरूप किस स्वरूप में हैं। उससे प्राप्त अवशेषों के आधार पर शोध एवं अध्ययन द्वारा इस वीर भूमि के गौरवशाली इतिहास के नवीन तथ्यों को सामने लाया जाए, जिससे वर्तमान एवं भावी पीढ़ी इतिहास के इन अनछुए पहलुओं को जानकर गौरवान्वित हो सकें।