गोरखपुर में ट्रैफिक प्रबंधन के लिए स्थापित इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) लोगों की मदद भी कर रहा है। गुरुवार को इस सिस्टम के जरिए एक असिस्टेंट प्रोफेसर का 1.5 लाख रुपये का लैपटाप ढूंढ निकाला गया। असिस्टेंट प्रोफेसर आटो में अपना लैपटाप भूल गई थीं। आटो से उतरने के बाद उन्हें ध्यान आया तो ट्रैफिक पुलिस से मदद मांगी। जिसके बाद ITMS के माध्यम से उनका लैपटाप ढूंढा गया। एक डिग्री कालेज में असिस्टेंट प्रोफेसर निधि गोलघर में गणेश चौराहे पर आटो से उतरीं। उतरते हुए वह अपना लैपटाप का बैग आटो में ही भूल गईं। उसी बैग में लैपटाप के अलावा अन्य कागजात भी थे। जब उन्हें कुछ नहीं सूझा तो उन्होंने ITMS की मदद ली।
ऐसे ढूंढा गया लैपटाप
सूचना मिलते ही ITMS में मौजूद नौशाद ने लैपटाप ढूंढना शुरू कर दिया। पहले ITMS में लगे पीए सिस्टम के जरिए इस बारे में घोषणा कराई गई। असिस्टेंट प्रोफेसर की पहचान बताते हुए आटो वाले से उनका बैग किसी भी चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस को देने को कहा गया। लेकिन यह संदेश आटो चालक तक नहीं पहुंचा। इसके बाद कैमरे की मदद से आटो की पहचान की गई।
आटो को ट्रेस कर बरामद किया या लैपटाप
आटो के रूट के सभी कैमरों को ITMS के कंट्रोल रूम से चेक किया गया। काफी मशक्कत के बाद आटो को ट्रेस कर लिया गया। ट्रैफिक पुलिस ने आटो मिलने के बाद उससे लैपटाप बरामद कर लिया। उसके बाद लैपटाप असिस्टेंट प्रोफेसर को दे दिया गया।
कुछ दिन पहले ढूंढ निकाला था आभूषण
कुछ दिन पहले ITMS के माध्यम से ही एक महिला के आभूषण ढूंढ निकाले गए थे। कैमरों की मदद से आभूषण खोजे गए और उसे लौटा दिया गया।
जानिए ट्रैफिक पुलिस ने क्या कहा
असिस्टेंट प्रोफेसर महराजगंज की रहने वाली हैं। उनका लैपटाप आटो में छूट गया था। ITMS में कैमरे व पीए सिस्टम लगा है। आटो को उसके नंबर के आधार पर ट्रेस किया गया। आटो मिलने के बाद चालक से बात की गई। उसने लैपटाप वापस किया। जिसके बाद महिला को सौंप दिया गया। लैपटाप पाकर वह काफी प्रसन्न थीं।