सीहोर जिले के ग्राम बकतरा में दलित परिवार को उनके मकान निर्माण को लेकर सामाजिक बहिष्कार का सामना करना पड़ रहा है। घटना 24 फरवरी की है, जब राधेश्याम बंशकार अपनी जमीन पर मकान बना रहे थे। उनके पड़ोसी रूपसिंह ने उन्हें जाति के आधार पर मकान बनाने से रोका और विरोध करने पर मारपीट की। इस घटना में दीनबंधु, सागर, सुखक्ती बाई, दुर्गेश और प्रेमसिंह घायल हुए। इसके बाद गांव की एक समाज पंचायत ने फरमान जारी किया। पंचायत ने सभी अनुसूचित जाति के लोगों का सामाजिक बहिष्कार कर दिया। उन्हें किराना सामान, राशन, पानी देने पर प्रतिबंध लगा दिया। साथ ही खेतों में काम देने पर भी रोक लगा दी। पंचायत ने यह भी फैसला सुनाया कि जो कोई इस आदेश का उल्लंघन करेगा, उसे एक लाख रुपए का जुर्माना देना होगा। पीड़ितों को पुलिस सुरक्षा की मांग
पीड़ित परिवारों ने बांस शिल्पकार युवा शक्ति संगठन धानुक समाज के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश बंसल और प्रदेश सचिव रवि नागले के नेतृत्व में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और पीड़ितों को पुलिस सुरक्षा की मांग की है। शाहगंज थाना प्रभारी पंकज वाडेकर ने बताया कि मारपीट के मामले में दोनों पक्षों के 6 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। प्रशासन से पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की मांग की जा रही है।