बालाघाट जिले में कटंगी परिक्षेत्र के सिंचाई विभाग की जमीन पर एक नर बाघ का शव मिला है। बाघ के गले में तार का फंदा फंसा था। वन विभाग को पहले ही बाघ के घायल होने की सूचना मिली थी। वन परिक्षेत्र अधिकारी बाबूलाल चढ्ढार ने शनिवार को बताया कि बाघ को घायल अवस्था में झाड़ियों में पाया गया था। कान्हा और पेंच के रेस्क्यू टीम को सूचित किया गया, लेकिन वे समय पर नहीं पहुंच सके। माना जा रहा है कि गले में फंसे तार के कारण भूख-प्यास से बाघ की मौत हुई। जंगली सुअरों के शिकार में हादसा प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आसपास के खेतों में जंगली सुअरों से फसल बचाने के लिए किसी ने तार लगाया होगा। बाघ के गले में यह तार करीब 4-5 दिनों से फंसा था। घटना के बाद डॉग स्क्वॉड टीम ने मौके का निरीक्षण किया। 5 साल के नर बाघ के शव का पोस्टमॉर्टम पशु चिकित्सक देवव्रत डहेरिया और सुरेंद्र मर्सकोले ने किया। वनमंडलाधिकारी अधर गुप्ता, एसडीओ विनिता फुलबेले, एनटीसीए प्रतिनिधि अनिल दशहरे, कटंगी तहसीलदार सुरेश उपाध्याय और पंचायत प्रतिनिधियों की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार किया गया। वन विभाग मामले की गहन जांच कर रहा है।