हेल्थ रिपोर्टर | रांची रिम्स में कैंसर मरीजों को इलाज कराने में परेशानी होती है। गंभीर बीमारी में इलाज जितनी जल्द शुरू हो जाए, उतने बेहतर परिणाम की संभावना होती है। लेकिन रिम्स में इलाज कराने पहुंचने वाले कैंसर रोगियों को भर्ती होकर संबंधित विभाग तक पहुंचने में ही देरी हो रही है। कैंसर के गंभीर मरीज को भी पहले रिम्स की सेंट्रल इमरजेंसी में भर्ती होना पड़ता है। इसके बाद यहां से कैंसर के विशेषज्ञ को कॉल लेटर भेजकर बुलाया जाता है। उनके देखने के बाद मरीज को कैंसर विभाग में शिफ्ट किया जाता है। इससे मरीज की स्थिति भी कई बार बिगड़ जाती है। इस समस्या के समाधान के लिए रिम्स के कैंसर विभाग में इमरजेंसी शुरू करने की तैयारी है, लेकिन प्रक्रिया अब भी सिर्फ कागजों पर है। दरअसल, करीब 7 महीने पहले शासी परिषद की बैठक में ऑन्कोलॉजी में इमरजेंसी शुरू करने का एजेंडा शामिल किया गया था। जीबी सदस्यों की सहमति भी इस पर मिली थी। लेकिन 7 महीने बाद भी स्थिति वैसी ही है। कैंसर के रोगियों की जांच के लिए वर्तमान में संबंधित बीमारी के एक्सपर्ट पैथोलॉजिस्ट और रेडियोलॉजिस्ट ही नहीं हैं। ऐसे में प्रबंधन पहले इनका पद सृजित करेगा और फिर इनकी बहाली करेगा। जीबी में जो एजेंडा शामिल किया गया है, उसके अनुसार, ऑन्कोलॉजी विभाग में इमरजेंसी शुरू करने के लिए ऑन्को रेडियोलॉजिस्ट, ऑन्को पैथोलॉजिस्ट के अलावा 4 मेडिकल ऑफिसर की नियुक्ति की जाएगी। वहीं, रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग के लिए एक एडिशनल प्रोफेसर (रेडियोथेरेपी), एक एसोसिएट प्रोफेसर (रेडियोथेरेपी), दो असिस्टेंट प्रोफेसर (रेडियोथेरेपी), एक असिस्टेंट प्रोफेसर (मेडिकल फिजिक्स) और दो टेक्निकल ऑफिसर (रेडियोथेरेपी) की नियुक्ति के लिए भी पद सृजन कराने पर स्वीकृति ली जाएगी। ज्ञात हो कि इमरजेंसी शुरु हो जाने से कैंसर के रोगियों को सहूलियत होगी। वर्तमान में ऑन्कोलॉजी विभाग में मरीज को भर्ती करने की प्रक्रिया जटिल है। पहले मरीज को सेंट्रल इमरजेंसी में भर्ती किया जाता है। इसके बाद मरीज को सेंट्रल इमरजेंसी से 400 मीटर दूर स्थित ऑन्कोलॉजी बिल्डिंग में भेजा जाता है। इसमें लंबे समय की बर्बादी तो होती ही है, कई बार मरीज की स्थिति भी गंभीर हो जाती है। अभी ऑन्कोलॉजी बिल्डिंग में मरीजों के भर्ती होने की यह है प्रक्रिया नियुक्ति के बाद इमरजेंसी शुरू होगी ऑन्कोलॉजी में इमरजेंसी शुरू करने की प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए चिकित्सकों की नियुक्तियां की जानी है। कुछ पद सृजित नहीं थे, इसमें पद सृजन के लिए संचिका विभाग में गई हुई है। जैसे ही पद सृजित होगा, नियुक्ति के बाद अॉन्को इमरजेंसी शुरू की जाएगी। – डॉ. राजीव रंजन, जनसंपर्क अधिकारी रिम्स।