रांची के तीनों डैम इस बार फुल हैं। इस कारण भीषण गर्मी में भी पानी की राशनिंग की जरूरत नहीं होगी। शहरवासियों को नियमित जलापूर्ति होगी। पिछले साल मानसून में राजधानी में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई। इस कारण तीनों डैम के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई। हटिया डैम से शहर की 3 लाख आबादी को जलापूर्ति होती है। यहां दो मार्च तक जलस्तर 2192.4 फीट है, जो पिछले साल की तुलना में अधिक है। गोंदा डैम में भी पिछले साल की तुलना में जलस्तर अधिक है। यहां दो मार्च को जलस्तर 2123.8 फीट मापा गया है। यहां से करीब दो लाख आबादी को जलापूर्ति होती है। वहीं, शहर की 5 लाख आबादी की प्यास बुझाने वाले गेतलसूद डैम में दो मार्च को जलस्तर 1922.6 फीट था। दूसरी ओर, भू-गर्भ जलस्तर में लगातार आ रही गिरावट से हर साल गर्मी में हैंडपंप व बोरिंग सूखते जा रहे हैं। तीनों डैम में बेहतर जलस्तर को देखते हुए राहत की बात है कि नियमित जलापूर्ति होगी। गोंदा डैम से रोजाना 16 एमएलडी सप्लाई, गर्मी में भी रहेगी जारी गोंदा (कांके) डैम से कांके रोड, अपर बाजार के कुछ क्षेत्र, सीएमपीडीआई, रिनपास क्षेत्र, गांधी नगर, मोरहाबादी, रातू, पहाड़ी मंदिर इलाके में जलापूर्ति होती है। आने वाली गर्मी में भी सप्लाई जारी रहेगी, क्योंकि इस वर्ष डैम में एक फीट पानी ज्यादा है। पेयजल स्वच्छता गोंदा डैम कांके के एसडीओ शुभम उपाध्याय ने कहा कि इस बार जलस्तर ठीक है, इसलिए गर्मी में कोई परेशानी नहीं होगी। हटिया डैम: जलस्तर पिछले साल से 5 फीट ज्यादा, नहीं होगी किल्लत हटिया डैम से एचईसी सेक्टर 1, 2, 3, डोरंडा, हिनू, मेकन कॉलोनी, हटिया रेलवे स्टेशन क्षेत्र में जलापूर्ति होती है। पेयजल स्वच्छता हटिया डैम के इंजीनियर ने बताया कि इस वर्ष पिछले साल से 5 फीट पानी अधिक है। इस बार की गर्मी में जलापूर्ति में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। अगर किसी क्षेत्र में परेशानी होती है तो वे कंट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबर 8092160008 पर संपर्क कर सकते हैं। जून में बारिश शुरू नहीं हुई तो भी दिक्कत नहीं डेमों की स्थिती (जलस्तर फीट में) अमूमन रांची में हर वर्ष अप्रैल से ही राशनिंग की नौबत आ जाती है। पिछले तीन साल से मई में जलस्तर काफी नीचे चला जाता है। ऐसे में राशनिंग की नौबत आ जाती है। हालांकि, राशनिंग नहीं करके मेंटनेंस के नाम पर कई दिन जलापूर्ति रोक दी जाती है। पिछले साल जून में अच्छी बारिश नहीं होने से स्थिति बिगड़ गई थी। इस बार तीनों डैम में जलस्तर ठीक होने से जून में मॉनसून की बारिश नहीं हुई, तो भी जलापूर्ति होती रहेगी। डैम अभी पिछले वर्ष क्षमता