शाजापुर जिले के ग्राम निपानिया धाकड़ में ग्रामीणों ने तेंदुए के दो शावकों को देखा है। इसकी सूचना वन विभाग को भी दी गई है। टीम ने यहां पहुंचकर सर्चिंग की। टीम ने गांव वालों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। इसके पहले, 3 दिसंबर को भी ग्रामीणों ने रात में जंगली जानवर को देखा था। जब उसकी ओर रोशनी की, तो शरीर पर धारियां बनी दिखीं। इसके चलते तेंदुए की आशंका जताई जा रही थी। वहीं, मंगलवार रात खेत से लौट रहे कुछ लोगों ने तेंदुए के शावकों को देखा। सूचना पर बुधवार डीएफओ देवास व प्रभारी रेंजर पराग सेनानी के निर्देशन में डिप्टी रेंजर ललित उपाध्याय, बीट गार्ड कमलेश सोनी, रेस्क्यू एक्सपर्ट हरीश पटेल ने पहुंचकर सर्चिंग की। उन्होंने ग्रामीणों को सलाह दी कि जहां तेंदुआ दिखा है कि उन इलाकों में जाने पर सावधानी बरतें। जब भी उधर जाना हो, तो साथ मे आग रखें। 3 से 4 के ग्रुप में ही रहें। गर्मी के दिनों में भी दिखाई दिए थे शावक गर्मी के दिनों में कुछ लोगों ने जंगल में तेंदुए के बच्चों को देखा था, जिन्हें देखकर वे घबरा गए थे। इसकी जानकारी ग्रामीणों को दी गई थी। इसके बाद बारिश में खेतों में जाना कम हो गया था, लेकिन अब गेहूं का सीजन होने से ग्रामीणों का खेत पर आना-जाना है। 2012 से जिले में आ रहे जंगली जानवर
साल 2012 से जिले में जंगली जानवराें की आमद हो रही है, लेकिन उन्होंने केवल जीवन यापन के लिए ही शिकार किया है। किसी भी जंगली जानवर द्वारा जनहानि नहीं की गई है। ग्रामीणों ने की मानें तो जंगली जानवरों की मौजूदगी उनके लिए फायदेमंद भी है, जिनके यहां होने से अन्य जंगली जानवर हिरण, नीलगाय उनके खेतों से दूरी बनाए हुए हैं।