महाकुंभ में ब्लास्ट करने वाला था बब्बर खालसा का आतंकी:कौशांबी से STF ने पकड़ा; DGP बोले- पीलीभीत में मारे आतंकियों को गोला-बारूद दिए थे

उत्तर प्रदेश के कौशांबी में बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) का आतंकी गिरफ्तार हुआ है। उसकी पहचान लाजर मसीह के रूप में हुई है। DGP प्रशांत कुमार ने बताया- लाजर महाकुंभ में किसी बड़ी घटना (ब्लास्ट) को अंजाम देने की फिराक में था। इसके बाद वह पुर्तगाल भागना चाहता था। उसे बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने हैंड ग्रेनेड मुहैया कराए थे। DGP ने बताया- यूपी STF और पंजाब पुलिस ने गुरुवार सुबह साढ़े 3 बजे छापेमारी कर लाजर मसीह को गिरफ्तार किया। वह पंजाब के अमृतसर जिले के कुर्लीयाना गांव का रहने वाला है। वह BKI के जर्मनी-आधारित मॉड्यूल के प्रमुख स्वर्ण सिंह उर्फ ​​जीवन फौजी के लिए काम करता था। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के सीधे संपर्क में भी था। DGP ने बताया- STF को उसके पास से 3 हैंड ग्रेनेड, 2 डेटोनेटर, 1 विदेशी पिस्तौल और 13 कारतूस मिले हैं। इसके अलावा, गाजियाबाद के पते वाला आधार कार्ड और बिना सिम कार्ड का एक मोबाइल फोन भी बरामद हुआ है। STF के सीनियर अफसर कोखराज थाने में आतंकी से पूछताछ कर रहे हैं। उसने आतंकियों के नाम बताए हैं, जो अमेरिका, पुर्तगाल और कतर में रह रहे हैं। उसके मोबाइल से कई अहम जानकारियां मिली हैं। पीलीभीत में मारे गए आतंकियों गोला-बारूद मुहैया​ करवाया था​​​​​​ DGP प्रशांत कुमार ने बताया- पिछले साल 23 दिसंबर को पीलीभीत और पंजाब पुलिस ने खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) के तीन आतंकियों का एनकाउंटर किया था। आतंकियों ने 19 दिसंबर को पंजाब के गुरदासपुर जिले में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड से हमला किया था। मारे गए आतंकियों की शिनाख्त गुरदासपुर निवासी गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि और जसप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह के रूप में हुई थी। लाजर ​​​​​​की इन आतंकियों से बातचीत होती थी। इन आतंकियों को हथियार और गोला-बारूद लाजर ने ही मुहैया कराया था। ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से हथियार भारत लाता था
DGP ने बताया- लाजर मसीह लखनऊ, कौशांबी, कानपुर सहित अन्य जगहों पर ठहरा था। ​​वह ड्रोन के जरिए हथियार पाकिस्तान से भारत लाता था। लाजर ने पूछताछ में बताया कि मुख्तार अंसारी को पंजाब से यूपी लाने के दौरान भी बॉर्डर से हथियार मंगाए गए थे। जानिए बब्बर खालसा के बारे में…
बब्बर खालसा इंटरनेशनल को भारत, कनाडा, जर्मनी और ब्रिटेन समेत कई देशों ने आतंकी संगठन की सूची में शामिल किया है। इसकी स्थापना 1978 में हुई थी। यह पंजाब और पड़ोसी राज्यों के कुछ जिलों को मिलाकर खालिस्तान नाम से एक अलग सिख देश बनाने की मांग करता रहा है। यह संगठन 80 के दशक के आखिर और 90 के दशक की शुरुआत में पंजाब में सक्रिय था। इसने कई आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया। 1990 के दशक में इस संगठन के कई आतंकियों को पंजाब पुलिस ने मार गिराया। कई आतंकी विदेश भाग गए, लेकिन पाकिस्तान, कनाडा और ब्रिटेन में अभी भी इसके समर्थक हैं। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या में भी बब्बर खालसा इंटरनेशनल की भूमिका सामने आई थी। ——————————- ये खबर भी पढ़ें- खालिस्तानी समर्थकों ने लंदन में विदेश मंत्री की कार घेरी भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की गाड़ी को लंदन में एक खालिस्तानी समर्थकों ने घेर लिया। उन्होंने जयशंकर की गाड़ी के सामने आकर तिरंगा भी फाड़ा। जयशंकर इस समय लंदन में हैं। उन्होंने यहां चैथम हाउस थिंक टैंक में एक विशेष कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। पढ़ें पूरी खबर

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