बैतूल की बडोरा स्थित कृषि उपज मंडी में देर रात मंडी में कार्यरत करीब 200 हम्मालों ने हड़ताल कर दी। उन्होंने नीलाम के बाद तौल बंद कर दिया। वे उन्हें दिए जाने वाले शुल्क को बढ़ाने की मांग कर रहे है। आज मंडी में देर शाम उपज की नीलामी के बाद हम्माल हड़ताल पर चले गए। उनकी मांग थी कि उन्हें वर्षों से दिया जा रहा सुविधा शुल्क बेहद कम है और इसे बढ़ाया जाना चाहिए। इसकी मांग करते हुए मंडी में कार्यरत करीब 200 हम्मालों ने हड़ताल कर दी। उन्होंने मंडी में आने वाले उपज को तौलने से इनकार कर दिया। इसके बाद मौके पर पहुंचे तहसीलदार प्रदीप तिवारी और मंडी सचिव शीला खातरकर ने उन्हें समझाइश दी। लेकिन मंडी के हमाल मानने को तैयार नहीं हुए। इस दौरान मौके पर बढ़ते आक्रोश को देखते हुए बैतूल बाजार का पुलिस बल भी टी आई अंजना धुर्वे के साथ मौके पर पहुंच गया। गुरुवार को मंडी समिति की बैठक में होगा फैसला हम्मालाें का कहना है कि वर्षों से वे बेहद कम शुल्क पर कर रहे हैं। अब इस दौर में उनका शुल्क बढ़ाया जाना चाहिए। मंडी सचिव शीला खातरकर ने दैनिक भास्कर को बताया कि हड़ताल पर गए हम्माल अभी वापस नहीं लौटे हैं। उन्हें समझाइश दी गई है। गुरुवार को मंडी समिति की बैठक में उन्हें दिए जाने वाले शुल्क पर निर्णय लिया जाएगा। इस कमेटी में भारसाधक अधिकारी बैतूल एसडीएम समेत व्यापारी संघ के प्रतिनिधि और किसानों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। जो सुविधा शुल्क पर निर्णय लेंगे। अभी मिलते है प्रति क्विंटल ₹9 रु 75 पैसे बता दें कि अब तक मंडी में कार्यरत हम्मालों को ₹9 रु 75 पैसे प्रति क्विंटल की दर पर शुल्क दिया जाता रहा है। लेकिन, अब वे ₹24 रु प्रति क्विंटल प्रति कट्टी दिए जाने की मांग कर रहे हैं। हड़ताल से मंडी में तौल रुक गया है। इस पर कल भी असर पड़ने की आशंका है।