कथा वाचक हेमंत महाराज ने पिछले 5 साल में कथा से प्राप्त होने वाले चढ़ावे से 30 गांवों में गोशालाएं बना दी है। 2019 में हेमंत महाराज ने मोगड़ा हाईवे पर महादेव देवल माता गौ सेवा समिति की शुरुआत ग्रामीणों के सहयोग से की। हेमंत महाराज का कहना है कि वे कथा का पैसा नहीं लेते और चढ़ावे की राशि से गोशाला का निर्माण करवाते हैं ताकि गौ संरक्षण और नंदी को बचाने की दिशा में कार्य किया जा सके। समिति की ओर से अपंग और हादसे में दुर्घटनाग्रस्त गोवंश का उपचार किया जा रहा है और उन्हें सुरक्षा दी जा रही है। समिति अध्यक्ष लक्ष्मणचंद सुथार ने बताया कि हाईवे पर प्रतिदिन स्पीड में दौड़ती गाडिय़ां गौवंश और पशुओं का एक्सीडेंट करती है, जिन्हें गोशाला में लाकर उपचार किया जाता है। अब यहां गोशाला की जमीन पर सरकारी अस्पताल का निर्माण जल्द करवाया जाएगा। अस्पताल के लिए जमीन भी गोशाला की ओर से करीब 100 गुणा 100 फीट जमीन भी दे चुके हैं। राज्य सरकार से यहां अस्पताल का निर्माण प्रस्तावित हो चुका है और पहला 5 लाख रुपए का बजट भी पारित हो चुका है, जिससे निर्माण होने वाले अस्पताल की बाउंड्री वॉल बनवाई जाएगी। कथा में 50 हजार से अधिक श्रद्धालु सात दिन में शामिल होते हैं
गौ वत्स कथा वाचक पंडित हेमंत महाराज की कथाओं में सात दिनों में 50 हजार से अधिक श्रद्धालु शामिल होते हैं। भामाशाह सहयोग करते हैं। इस राशि से 30 से ज्यादा गोशालाएं बन चुकी हैं। पिछले 2 माह में कुशलावा, टेकरा और जैमला गांव में हुई कथा के माध्यम से लगभग 9 करोड़ रुपए की राशि आई। इससे तीनों गांवों में गोशालाएं बन रही हैं। पाबूजी महाराज गोशाला लाेड़ता, बालाजी गाेशााला साेनमपुरा, रामदेव गाेशााला देणाेक, दादी अणदल सती गोशाला कानासर, करणी गोशाला टेपू, पदमसिंह गोशाला सांवरीज, श्रीकृष्णा गोशाला मदासर सहित 30 से ज्यादा गोशालाएं बन चुकी हैं।