गरियाबंद के काडसर गौशाला में विश्व शांति वार्षिक महिमा सम्मेलन का आयोजन शुरू हुआ। इस दौरान श्रद्धालुओं ने गौ माता के चरणों में लेटकर गौ पद लिया। भाजपा प्रदेश संगठन मंत्री पवन साय सहित कई हिंदू संगठनों के नेताओं ने भी इस परंपरा में हिस्सा लिया। 2008 से गौशाला संचालक बाबा उदय नाथ इस आयोजन को करते आ रहे हैं। होली से 4 दिन पहले गौ माता की भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है। गौ माता 3 किलोमीटर की दूरी तक बिछे सफेद कालीन पर चलती हैं। श्रद्धालु इसी कालीन पर साष्टांग लेटकर गौ पग बाधा बनते हैं। मान्यता है कि इससे शारीरिक कष्ट और सभी बाधाएं दूर होती हैं। यज्ञ के समापन पर श्रद्धालु राख से तिलक लगाकर होली खेलेंगे। बाबा उदय नाथ के गौ शाला में 800 गौ वंश बाबा उदय नाथ आलेख महिमा संप्रदाय के प्रमुख है, क्षेत्र में उनके 5000 हजार से ज्यादा अनुयाई हैं। गौ शाला में 800 गौ वंश है जिसकी सेवा के लिए हमेशा 100 से ज्यादा सेवा दार 11 एकड़ में फैले गौ शाला सह आश्रम में रहते हैं। यहां प्राकृतिक जड़ी बूटी और गौ मूत्र से विभिन्न रोगों के निदान के लिए औषधीय उपलब्ध होता है।शुद्ध दूध,दही घी और शहद का केंद्र भी है। नशा मुक्ति अभियान चला कर बाबा ने सैकडों लोगों के जीवन को संवार दिया है। बाबा उदय नाथ ने कहा कि इस आयोजन का मकसद गौ वंश और प्रकृति के प्रति लोगों के मन में अगाध प्रेम जागृत करना है। होलिका दहन तक होगा यज्ञ अनुष्ठान प्रकृति प्रेम जागृत करने बनाई गई इस परंपरा में अनवरत तीन दिनों तक औषधीय काष्ठ से यज्ञ अनुष्ठान होगा। होलिका दहन के अगली सुबह यज्ञ के राख से तिलक लगाकर होली खेलने का रिवाज है। यज्ञ के समापन पर खेली जाएगी होली कार्यक्रम में संघ प्रांत प्रचार प्रमुख संजय तिवारी, प्रांत गौ सेवा प्रमुख वीर अन्ना सफारे और कई अन्य गणमान्य लोग शामिल हुए। जिला पंचायत अध्यक्ष गौरी शंकर कश्यप, पालिका अध्यक्ष रिखीराम यादव और जनपद अध्यक्ष मैनपुर मोहना नेताम समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी शोभायात्रा में भाग लिया। यज्ञ के समापन पर श्रद्धालु राख से तिलक लगाकर होली खेलेंगे।