सीआरपीएफ दिवस के अवसर पर 188वीं बटालियन के कमांडेंट भावेश चौधरी के निर्देशानुसार में सहायक कमांडेंट एसके दिनेश के नेतृत्व में ई / 188 समवाय पुलिस थाना कुकानार, में कार्यकम का आयोजन किया गया। इस कार्यकम में थाना प्रभारी नरेश देशमुख, अधिनस्थ अधिकारीगण एवं जवान उपस्थित थे। इस अवसर पर कंपनी कमांडर एसके दिनेश ने उपस्थित अधिनस्थ अधिकारीगण एवं जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि सीआरपीएफ की स्थापना 27 जुलाई 1939 को काउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस के रूप में नीमच में हुई थी सीआरपीएफ को शुरू में कानून व व्यवस्था बनाए रखने में रजवाड़ों की सहायता करने की जिम्मेदारी दी गई थी। देश की आजादी के बाद 28 दिसंबर 1949 को केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल अधिनियम पारित हुआ, वहीं 19 मार्च 1950 को तत्कालीन उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने सीआरपीएफ को चिन्ह प्रदान किया। सीआरपीएफ ने देश के भीतर शांति और सुरक्षा बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। साथ ही देश में शांति और सद्धाव बनाए रखने में सीआरपीएफ की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए बल के गौरवशाली इतिहास की जानकारी दी। विश्व का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ 19 मार्च को जोश के साथ स्थापना दिवस मनाता है। इस अवसर पर ई/188 समवाय में सांस्कृतिक कार्यकम एवं बड़े खाने का आयोजन किया गया।