भास्कर न्यूज | कवर्धा ऐतिहासिक भोरमदेव मंदिर में इस साल दो दिवसीय भोरमदेव महोत्सव 26 और 27 मार्च को होगा। आयोजन की तैयारी को लेकर कलेक्टर गोपाल वर्मा ने कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में बैठक ली। इसमें नागरिक, मंदिर समिति, जनप्रतिनिधि और मीडिया के लोग शामिल हुए। बैठक में महोत्सव को भव्य व आकर्षक बनाने पर चर्चा हुई। साथ ही तेरस पर बैगा आदिवासियों के कार्यक्रम पर जोर दिया गया। बैठक में भोरमदेव मंदिर की गरिमा बढ़ाने के साथ मड़वा महल और छेरकी महल को भी सजाने का सुझाव दिया गया। इनमें से किसी एक स्थान पर मंच बनाकर स्थानीय कलाकारों को प्रस्तुति का अवसर देने पर भी चर्चा हुई। कलेक्टर गोपाल वर्मा ने कहा कि भोरमदेव महोत्सव कबीरधाम जिले की पहचान है। इसे सफल बनाने के लिए जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और आम नागरिकों को मिलकर काम करना होगा। बैठक में शामिल लोगों ने कहा कि भोरमदेव महोत्सव की ख्याति लगातार बढ़ रही है। इसे राष्ट्रीय पहचान दिलाने में आयोजन समिति और जिलेवासियों का बड़ा योगदान है। इस परंपरा को बनाए रखने के लिए स्थानीय कलाकारों को पर्याप्त मंच दिया जाना चाहिए। अन्य राज्यों से आए कलाकारों को भी समान अवसर और पर्याप्त समय मिलना चाहिए। बैठक में आवागमन की सुविधा, दुकानों के आबंटन, तेरस की तिथि पर बैगा आदिवासियों का कार्यक्रम होगा।