छत्तीसगढ़ में बैंगलुरू के मल्टीनेशनल कंपनी इंवेस्ट कर सकती हैं। राज्य सरकार और कई IT कंपनियों के बीच समझौता हो सकता है। इंवेस्टर्स से मिलने प्रदेश की सरकार की ओर से वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन बेंगलुरू दौरे पर जा रहे हैं। वो मंगलवार 25 मार्च को शाम 6:50 बजे स्वामी विवेकानन्द विमानतल रायपुर से बेंगलुरू के लिए रवाना होंगे। मंत्री देवांगन बुधवार 26 मार्च को बेंगलुरू में आयोजित इन्वेस्टर कनेक्ट मीट ऑफ इन्वेस्टर्स कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद उद्योग मंत्री देवांगन गुरूवार 27 मार्च को रायपुर आएंगे। मुंबई में 6000 करोड़ का प्रपोजल
हाल ही में मुंबई में इन्वेस्टर कनेक्ट मीट में छत्तीसगढ़ को 6000 करोड़ के निवेश का प्रपोजल मिला है। सरकार का दावा है कि नई औद्योगिक नीति के तहत अब तक उन्हें 1 लाख करोड़ का निवेश मिल चुका है। बस्तर में नगरनार स्टील प्लांट के पास ग्राम नियानार में 118 एकड़ में नए औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना हो रही है। इससे यहां बड़े पैमाने पर लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्यमों को स्थापित करने के अवसर मिलेंगे। यहां कोर सेक्टर प्रोत्साहन, आयरन और कोल रायल्टी में 50 से 100 प्रतिशत तक छूट है। सेस की प्रतिपूर्ति 150 प्रतिशत तक किए जाने का प्रावधान है।
3 लाख करोड़ का इनवेस्टमेंट पावर प्लांट में
छत्तीसगढ़ में नए पावर प्लांट लगेंगे। करीब 3 लाख करोड़ का इन्वेस्टमेंट सरकार को मिलेगा। हाल ही में रायपुर में हुए ‘छत्तीसगढ़ एनर्जी इंवेस्टर्स समिट’ में इसे लेकर कई बड़ी कंपनियों के साथ MOU साइन किया गया। अब प्रदेश में न्यूक्लियर, थर्मल, सौर और पंप स्टोरेज जैसे सेक्टर में बिजली प्रोडक्शन के नए प्रोजेक्ट शुरू होंगे। दावा किया गया है कि इससे प्रदेश के लोगों को सस्ती बिजली मिल सकेगी। इस समिट में खुद CM विष्णुदेव साय मौजूद रहे। उन्होंने कहा- यह निवेश राज्य की बिजली उत्पादन क्षमता को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। हमारा लक्ष्य है कि छत्तीसगढ़ न केवल ऊर्जा में आत्मनिर्भर बने, बल्कि पूरे देश के लिए एक ऊर्जा हब के रूप में स्थापित हो। छत्तीसगढ़ पहले से ही 30,000 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर रहा है, जो देश के औसत से ज्यादा है। अब हर व्यक्ति को 2048 किलोवाट-घंटे बिजली मिल रही है, जिससे राज्य की ऊर्जा जरूरतें पूरी हो रही हैं।